मोबाइल पर शुरू होने वाली है बड़ी सुविधा, साइबर अपराध रोकने के लिए उठाया कदम

मोबाइल पर शुरू होने वाली है बड़ी सुविधा, साइबर अपराध रोकने के लिए उठाया कदम

पूरे देश में यह सुविधा 15 जुलाई तक शुरू कर दी जाएगी. इसके निर्देश सरकार ने कंपनियों को दिए हैं. इसके बाद देश भर के मोबाइल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी. बताया जा रहा है कि जो नाम मोबाइल पर कॉल आने के वक्त दिखाई देगा, वह सिम खरीदते वक्त फॉर्म पर दी गई जानकारी के आधार पर होगा.

नहीं पड़ेगी TrueCaller ऐप्स की जरूरतनहीं पड़ेगी TrueCaller ऐप्स की जरूरत
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 15, 2024,
  • Updated Jun 15, 2024, 11:48 AM IST

आपके मोबाइल फोन पर जब कोई अननोन कॉल आती है तो आप यह जानने के लिए परेशान रहते हैं कि किसकी कॉल है. कई बार कंपनियों की कॉल आती है और अनजाने में आप उसे उठा लेते हैं. सामने से मार्केटिंग वाली कॉल सुनकर आप झुंझला जाते हैं. इससे बचने के लिए कुछ लोग ऐप का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अब मोबाइल पर फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान के लिए किसी ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी. दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों ने कॉल करने वाले के नंबर के साथ उसका नाम भी दिखाना शुरू कर दिया है. फिलहाल मुंबई और हरियाणा में इसका ट्रायल शुरू किया गया है. 

पूरे देश में यह सुविधा 15 जुलाई तक शुरू कर दी जाएगी. इसके निर्देश सरकार ने कंपनियों को दिए हैं. इसके बाद देश भर के मोबाइल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी. बताया जा रहा है कि जो नाम मोबाइल पर कॉल आने के वक्त दिखाई देगा, वह सिम खरीदते वक्त फॉर्म पर दी गई जानकारी के आधार पर होगा. इससे आप तय कर पाएंगे कि जो कॉल आ रही है उसे उठाना है या नहीं.

देशभर में 15 जुलाई तक शुरू होगी सुविधा

अभी यह सुविधा मुंबई और हरियाणा के लिए शुरू की गई है, जहां ट्रायल चल रहा है. इसके बाद 15 जुलाई तक पूरे देश में शुरू हो जाएगी. इसके बाद कॉल करने वाले का नाम जानने के लिए आपको अपने फोन पर ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

क्यों दी जा रही यह सुविधा

दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों का कहना है कि यह कदम साइबर अपराध को रोकने के लिए उठाया जा रहा है. ट्राई के अनुसार, इसके लिए देशभर के नेटवर्क प्रदाता को अपने ग्राहक आवेदन पत्र में ग्राहकों द्वारा प्रदान किए गए नाम पहचान का उपयोग करना आवश्यक होगा. अभी मुंबई और हरियाणा में एक बड़ा ट्रायल चल रहा है. कंपनियों को 15 जुलाई तक पूरे देश इस सिस्टम को लागू करना है. इसके लिए बहुत तेजी से काम हो रहा है.

ये भी पढ़ें: नास‍िक की क‍िसान ललिता अपने बच्चों को इस वजह से खेती-क‍िसानी से रखना चाहती हैं दूर

 

MORE NEWS

Read more!