Soybean Price: एमएसपी से 2300 रुपये तक कम हुआ दाम, बाजार में हाहाकार

Soybean Price: एमएसपी से 2300 रुपये तक कम हुआ दाम, बाजार में हाहाकार

Soyabean Mandi Rates: देशभर में कई कठ‍िनाइयां झेलन के बाद सोयाबीन का उत्‍पादन किया लेकिन, इसके बाद अब मंडियों में कीमतें चुनौती बन गई हैं. महाराष्ट्र में कई जगह कीमतें MSP से 2300 रुपये तक नीचे पहुंच गईं. चंद्रपुर जैसे बाजारों में 1800 रुपये तक भाव गिरने से किसानों में निराशा बढ़ी है. जानिए ताजा भाव...

Soybean Price downSoybean Price down
प्रतीक जैन
  • Noida,
  • Nov 25, 2025,
  • Updated Nov 25, 2025, 5:08 PM IST

देशभर में इस वर्ष सोयाबीन किसानों ने मौसम की कठिन परीक्षाओं- भारी वर्षा, कीट प्रकोप और बीमारियों के बावजूद सोयाबीन का बड़ी मात्रा में उत्‍पादन किया. लेकिन, फसल कटाई के बाद उम्मीद के मुताबिक दाम न मिलने से किसान गहरी निराशा में हैं. मध्यप्रदेश में जहां भावांतर योजना लागू है, वहां भी कई क्षेत्रों में किसान असंतोष जता रहे हैं. किसानों का कहना है कि बाजार भाव और समर्थन मूल्य (MSP) के बीच की दूरी कम होने का नाम नहीं ले रही, जिससे लागत वसूलना मुश्किल हो गया है. दूसरी ओर महाराष्ट्र की मंडियों में स्थिति और चुनौतीपूर्ण दिखाई दे रही है, जहां प्रमुख खरीफ तिलहन फसल सोयाबीन के दाम कई स्थानों पर MSP से नीचे फिसल गए हैं. वर्तमान में सोयाबीन का एमएसपी 5328 रुपये है, लेकिन किसानों को इतना भाव मिलना बड़ा दुर्लभ हो गया है.

महाराष्‍ट्र की ज्‍यादातर मंडियों में दाम कम

महाराष्‍ट्र राज्‍य कृषि मार्केटिंग बोर्ड की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र की कई मंडियों में दामों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. 25 नवंबर 2025 को लातूर, अकोला और जलगांव जैसी बड़ी मंडियों में औसत कीमतें 4300 से 4550 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहीं. वहीं, लातूर में सर्वाधिक दाम 4831 रुपये तक पहुंचे, लेकिन नागपुर और सिंधखेड राजा जैसे स्थानों पर औसत भाव क्रमशः 4264 और 4300 रुपये दर्ज हुए. 

येवला-आंदरसूल में 3100 रुपये भाव

वहीं, 24 नवंबर के आंकड़े और भी चिंताजनक रहे. चंद्रपुर मंडी में न्यूनतम भाव मात्र 1800 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गया, जो घोषित MSP से काफी नीचे है. यही नहीं, येवला-आंदरसूल में भी न्यूनतम दाम 3100 रुपये तक पहुंच गए. नांदेड़, मजलगांव और शहादा जैसी मंडियों में औसत कीमतें 4300 से 4460 रुपये के दायरे में रहीं, लेकिन यह उतार-चढ़ाव किसानों में असुरक्षा की भावना पैदा कर रहा है. लासलगांव और विंचूर में औसत दाम 4490 से 4550 रुपये के बीच रहे, जिससे थोड़ी राहत रही, लेकिन ये मुनाफे के लिहाज से अपर्याप्‍त हैं. 

मंडीआवक (क्विंटल में)न्‍यूनतम कीमत (रु./क्विंटल)अध‍िकतम कीमत (रु./क्विंटल)औसत कीमत (रु./क्विंटल)
जलगांव117390045754550
नागपुर1408370044524264
लातूर23548375048314550
अकोला4004405050854455
सिंदखेड़ राजा587390045004300

नोट- ऊपर टेबल में 25 नवंबर 2025 के भाव हैं.

मंडीआवक (क्विंटल)न्‍यूनतम कीमत (रु./क्विंटल)    अध‍िकतम कीमत (रु./क्विंटल)    औसत कीमत (रु./क्विंटल)
येवला75370046004522
येवला-आंदरसूल7310046514000
लासलगांव1142300045704491
लासलगांव-विंचूर960300046404550
शहादा28366144764463
नांदेड़954364545254300
माजलगांव1588340045614400
चंद्रपुर75180043804020

नोट- ऊपर टेबल में 24 नवंबर 2025 के भाव हैं.

लगातार बढ़ रही इनपुट लागत

किसानों के आर्थिक दबाव की एक प्रमुख वजह यह है कि उत्पादन लागत लगातार बढ़ रही है. इस साल बारिश और बीमारियों के चलते दवाइयों, कीटनाशकों और श्रम लागत में बढ़ोतरी हुई है. वहीं, कई जगहों पर किसानों को नकली और पुराने बीजों के कारण दोबारा बुवाई करनी पड़ी, जिससे उनकी लागत पर असर पड़ा, साथ ही देरी के कारण उत्‍पादन पर भी इसका असर हुआ. 

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