हिमाचल में प्राकृतिक गेहूं और हल्दी की खरीद शुरू, इस जिले में एक दिन में बिका 39 क्विंटल गेहूं

हिमाचल में प्राकृतिक गेहूं और हल्दी की खरीद शुरू, इस जिले में एक दिन में बिका 39 क्विंटल गेहूं

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में 15 मई से प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं और हल्दी की खरीद शुरू हो गई है. पहले दिन जिले के 63 किसानों ने 39 क्विंटल गेहूं बेचा. किसानों से 60 रुपए प्रति किलो और हल्दी 90 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदी जा रही है. हमीरपुर जिले के किसानों ने सरकार की योजना की सराहना की.

Purchase of natural wheat and turmeric continues in HimachalPurchase of natural wheat and turmeric continues in Himachal
अशोक राणा
  • Hamirpur,
  • May 15, 2025,
  • Updated May 15, 2025, 6:28 PM IST

हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती के माध्यम से उगाई जाने वाली विभिन्न फसलों के लिए अलग-अलग न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए हैं, जिससे किसानों की आय में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है. इसी कड़ी में 15 मई यानी आज से हमीरपुर जिले में भी प्राकृतिक गेहूं और हल्दी की खरीद शुरू कर दी गई. गेहूं की खरीद हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा कृषि विभाग की एटीएमए परियोजना के सहयोग से की जा रही है. पहले दिन हमीरपुर जिले के 63 किसानों ने 39 क्विंटल गेहूं बेचा. हल्दी अभी नहीं बिक पाई है, हालांकि कुछ दिनों में यह भी बिक जाएगी.

प्रदेश में गेहूं और हल्दी की कीमत

आतमा परियोजना हमीरपुर के परियोजना निदेशक डॉ. नितिन कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं का खरीद मूल्य 60 रुपये प्रति किलोग्राम और माल ढुलाई सब्सिडी 2 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार सरकार कच्ची हल्दी खरीद रही है. जिसे किसानों से 90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदा जा रहा है. उन्होंने बताया कि पहले दिन हमीरपुर जिला के 63 किसानों ने 39.01 क्विंटल गेहूं बेचा.

किसानों को मिल रहा गेहूं का अच्छा दाम

किसान गुरमीत कौर ने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई योजना से किसानों को उनके घर पर ही लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली बार ऐसी योजना शुरू की है जिससे किसानों को गेहूं का अच्छा दाम मिल रहा है. गुरमीत कौर ने कहा कि वह 2018 से प्राकृतिक खेती से जुड़ी हैं. उन्होंने अन्य किसानों को भी प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित किया है.

प्राकृतिक खेती से हो रही आमदनी

स्थानीय किसान सत्या ठाकुर ने बताया कि वे प्राकृतिक तरीके से खेती कर रहे हैं. पहले जब वे खाद का इस्तेमाल करते थे तो उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता था लेकिन अब वे प्राकृतिक खेती कर रहे हैं जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है. सत्या ठाकुर ने बताया कि आज उन्होंने सरकार को एक क्विंटल गेहूं बेचा है और सरकार द्वारा तय किए गए मूल्य से वे संतुष्ट हैं.

स्थानीय किसान राजेश कुमार ने बताया कि वह 2018 से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए बहुत अच्छी योजना शुरू की है. उन्होंने कहा कि गेहूं के साथ-साथ माल ढुलाई का समर्थन मूल्य भी किसानों को दिया जा रहा है. यह किसानों के लिए लाभकारी योजना है.

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