केंद्र सरकार ने कई राज्यों में ग्रीष्मकालीन (जायद) मूंग और उड़द को प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत एमएसपी पर खरीद को मंजूरी दे दी है. इसे लेकर अभी हाल ही में केंद्र ने मध्य प्रदेश के लिए घोषणा की. यहां मूंग और उड़द की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जबकि उत्तर प्रदेश में उड़द की खरीद को मंजूरी दी गई है. क्योंकि यूपी में पहले ही मूंग खरीद का प्रस्ताव मंजूर कर दिया गया था. ऐसे में सरकार ने भले ही खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और इस खरीद से बड़ा वित्तीय भार पड़ने की बात कही है, लेकिन मंडियों में मूंग सहित अन्य दालों के एमएसपी से नीचे भाव से किसानों की पीड़ा साफ झलक रही है. वहीं, अरहर दाल की कीमतों का हाल भी ठीक नहीं चल रहा है. किसानों को एमएसपी से कम दाम मिल रहा है.
सरकार ने मूंग के लिए 8682 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है, लेकिन किसानों को इस दाम से काफी सस्ते में अपनी फसल बेचने पड़ रही है. एगमार्कनेट पोर्टल के मुताबिक, थोक मंडियों में 24 जून 2025 को मूंग 6912 रुपये प्रति क्विंटल बिकी यानी एमएसपी से 1769 रुपये कम में, जबकि एक हफ्ते पहले यानी 17 जून 2025 को मूंग का भाव 6981.81 रुपये प्रति क्विंटल था. वहीं, एक महीने पहले 24 मई 2025 को मूंग का भाव 7810.47 रुपये प्रति क्विंटल था.
बाजार में नई उपज आते ही मूंग के दामों में तेज गिरावट देखी गई. वहीं, मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिन पहले हाल और भी बुरा था, क्योंकि राज्य सरकार ने केंद्र को एमएसपी पर खरीद का प्रस्ताव नहीं भेजा था, जिसकी वजह से व्यापारियों ने दाम गिरा दिए. वहीं, किसानों के विरोध के बाद राज्य ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा और अब सरकारी खरीद को मंजूरी मिल गई है. हालांकि, यह खरीद अगस्त में शुरू होगी.
वहीं, अभी भी मध्य प्रदेश की कई मंडियों में दाम काफी कम देखने को मिल रहे हैं. कुछ मंडियों में न्यूनतम कीमतें किसी बुरे सपने की तरह हैं. 24 जून 2025 को कुछ मंडियों में साबुत मूंग की कीमतें 200 रुपये से लेकर 1000-1500 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गईं. वहीं, जहां अरहर का एमएसपी 7550 रुपये प्रति क्विंटल तय है. लेकिन कीमतें एमसपी से कम चल रही हैं.
24 जून 2025 को कीमतें 6589.37 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई, जबकि 17 जून को कीमत 6466.68 रुपये प्रति क्विंटल थी. वहीं, ठीक एक महीने पहले यानी 24 मई 2025 को कीमतें 6738.51 रुपये प्रति क्विंटल थोड़ी बेहतर थी. लेकिन एमसपी के नीचे रही.