देशभर में श्रीअन्न यानी मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. सरकार की ओर से श्रीअन्न की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. हालांकि, अभी वैश्विक उत्पादन के लिहाज से भारत में श्रीअन्न का उत्पादन कम है. इसमें भी खासकर पोल्ट्री सेक्टर के कारण देश में मक्का की मांग ज्यादा होती है. इस बार बाजार में मक्का की आवक अच्छी बनी हुई है, इसके बावजूद कीमतें एमएसपी के ऊपर बनी हुई हैं. पिछले दो सालों के मुकाबले इस बार मक्का की कीमतों में कई प्रतिशत उछाल देखा गया है.
राज्य का नाम | 2025 में 1 से 13 जनवरी के औसत दाम (रु./क्विंटल) | 2024 में 1 से 13 जनवरी के औसत दाम (रु./क्विंटल) | साल 2023 में 1 से 13 जनवरी के औसत दाम (रु./क्विंटल) |
मणिपुर | 3750 | 3400 | 3300 |
तमिलनाडु | 2942.88 | 2187.67 | 2142.67 |
गुजरात | 2638.05 | 2380.82 | 2355.27 |
उत्तर प्रदेश | 2393.47 | 2136.62 | 2187.09 |
राजस्थान | 2341.94 | 2322.73 | 2193.05 |
अन्य राज्य | 2269.73 | 2055.56 | 2089.01 |
इस समय मोटे अनाज में शामिल प्रमुख फसल मक्का (Maize) की अच्छी मांग बनी हुई है. सरकार की ओर से मक्का के लिए 2225 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया गया है. लेकिन 1 से 13 जनचरी 2025 के बीच देश में किसानों को मक्का का औसत भाव 2282.65 रुपये प्रति क्विंटल मिला. पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले इस साल दाम में 9.71 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है.
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वहीं, पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले मंडियों में मक्के की आवक में 92 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. 1 से 13 फरवरी 2024 के बीच मक्के की आवक 1,91,034 टन थी, जबकि 1 से 13 फरवरी 2025 के बीच मक्के की आवक 3,66,625 टन हो गई है.
इथेनॉल और पोल्ट्री फीड के लिए मांग बढ़ने की वजह से मक्का के दामों में तेजी दिखाई दे रही है. सरकार की ओर से इथेनॉल बनाने के लिए मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए मिशन चलाया जा रहा है. मक्का को चुने की वजह यह है कि इसकी खेती कम पानी में संभव है और उत्पादन भी अच्छा मिलता है.
देश के कुल इथेनॉल उत्पादन में अभी करीब 51 प्रतिशत उत्पादन मक्का से हो रहा है, जबिक शेष उत्पाद गन्ने और धान से पूरा किया जा रहा है. मक्का का अच्छा भाव मिलने से किसानों को भी फायदा हो रहा है. वहीं, देश की अन्य देशों से पेट्रोल पर निर्भरता भी कम हो रही है. इस साल केंद्र ने इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य 20 प्रतिशत निर्धारित किया है.