जनवरी महीने में कपास के भाव में तेजी देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र की ज्यादातर कपास मंडियों में कपास की न्यूनतम, औसत और अधिकतम कीमतें एमएसपी से ऊपर चल रही है. सबसे ज्यादा कीमत अकोट मंडी में दर्ज की गई. प्रदेश की मंडियों में कॉटन की बंपर आवक के बावजूद दाम ऊपर चल रहा है. मंगलवार को सबसे ज्यादा आवक 3736 क्विंटल अर्वी मंडी में दर्ज की गई. मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए सरकार ने मीडियम स्टेपल कॉटन की एमएसपी 7121 रुपये प्रति क्विंटल तय की हुई है. वहीं, लॉन्ग स्टेपल कॉटन की एमएसपी 7521 रुपये तय है. ऐसे में कीमतें बढ़ी रहने से किसानों को फायदा हो रहा है. जानिए महाराष्ट्र की विभिन्न मंडियों में प्रति क्विंटल कपास का भाव…
मंडी | आवक (क्विंटल में) | न्यूनतम कीमत (रु./क्विंटल) | अधिकतम कीमत (रु./क्विंटल) | औसत कीमत (रु./क्विंटल) |
अकोट | 3365 | 7245 | 7785 | 7700 |
घाटंजी | 1900 | 6900 | 7050 | 7000 |
अकोला | 1493 | 7408 | 7586 | 7421 |
किल्ले धारूर | 3006 | 7383 | 7421 | 7421 |
फूलांबरी | 2194 | 7150 | 7550 | 7281 |
अर्वी | 3736 | 7150 | 7280 | 7200 |
महाराष्ट्र एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार, 21 जनवरी 2025 के भाव (मीडियम स्टेपल)
मालूम हो कि देश में साल दर साल कपास की खेती का रकबा घटने के साथ ही फाइबर फसल का उत्पादन घटते जा रहा है. इस साल भी लगभग करीब 25.96 लाख गांठ उत्पादन कम होने का अनुमान है. कपास की एक गांठ में 170 किलो कपास होती है. मार्केटिंग सीजन 2023-24 में 325.22 लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था, लेकिन चालू सीजन 2024-25 में यह घटकर 299.26 लाख रह सकता है. वहीं, इसकी मांग ज्यादा रहने से कीमतों में वृद्धि देखने को मिल रही हैं.
महाराष्ट्र भारत का प्रमुख कपास उत्पादक राज्य है, जहां ज्यादातर मंडियों में इसकी कीमतें अच्छी मिल रही है. अभी के ट्रेंड के हिसाब से आने वाले समय में भी इसकी कीमतें ऐसी ही बनी रह सकती हैं. कपास के दाम बढ़े रहने के साथ ही इसके आयात पर भी सरकार का पूरा जोर है. सीजन की शुरुआत में ही अक्टूबर और नवंबर महीने में कपास की कीमतें वैश्विक बाजार में घटने पर आयात तीन गुना किया गया था.