बिहार के गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है. राज्य सरकार ने किसानों को प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य के साथ अतिरिक्त 10 रुपये अतिरिक्त देने का फैसला किया है. यह रकम सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी. किसानों को बढ़े हुए पैसे लेने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज जैसे- बैंक खाते की जानकारी, आधार नंबर आदि संबंधित चीनी मिल में जमा करने होंगे. हालांकि, चीनी मिलों को सिर्फ जरूरी दस्तावेज लेने के लिए कहा गया है. भुगतान से जुड़ी प्रक्रिया विभाग ही संभालेगा.
सरकार ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले-पहले किसानों के खातों में पैसे भेजने का लक्ष्य तय किया है. सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान गन्ना किसानों को 10 रुपये अतिरिक्त भुगतान देने का ऐलान किया था. गन्ना उद्योग विभाग ने भी इसे लेकर पहले ही बजट में प्रावधान किया हुआ है.
वहीं, गन्ना किसानों ने विभाग से शिकायत की है कि गन्ने की तुलाई सही से नहीं हो रही है. घटतौली की समस्या झेलनी पड़ रही है. चीनी मिल गेट पर उनकी उपज का वजन कम बताया जा रहा है. सभी जगह तौल कांटा उपलब्ध नहीं होने से किसानों को तौल में कम वजन दिखाए जाने के कारण नुकसान झेलना पड़ता है. गन्ना आयुक्त अमित कुमार झा ने चीनी मिलों को चेतावनी दी है कि वजन तौलने में घपलेबाजी की हरकत से बाज आएं.
गन्ना आयुक्त ने चीनी मिलों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. गन्ना किसानों की शिकायत के समाधान को लेकर विभाग ने गन्ना आयुक्त का नंबर- 9471007240 जारी किया है, जिस पर संपर्क करके शिकायत की जा सकती है. वहीं, सहायक गन्ना आयुक्त का नंबर भी 9471007242 जारी किया गया है, जहां शिकायत की जा सकती है.
इसके अलावा, बिहार सरकार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को टिश्यू कल्चर लैब बनाने के लिए तगड़ी सब्सिडी दे रही है. बिहार कृषि विभाग के मुताबिक, किसानों को 2 निजी क्षेत्र में टिश्यू कल्चर लैब बनाने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है. ये राशि यूनिट लागत के अनुसार लैब बनाने वाले को दी जाएगी. इस लैब में गुणवत्तापूर्ण पौधे सस्ती दर पर मिलेंगे, जिससे किसानों को फायदेा होगा. योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को 28 फरवरी तक आवेदन करना होगा.