महाराष्ट्र नें अत्यधिक बारिश के कारण आई बाढ़ ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है. इस में लाखों एकड़ की फसलें चौपट हो गईं और सैंकड़ों गांव बुरी तरह प्रभावित हुए है. इन्हीं हालातों को लेकर वरिष्ठ NCP (SP) नेता जयंत पाटिल ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से विधानमंडल विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. पाटिल ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि राज्य भर में भारी बारिश और बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान पर चर्चा के लिए विधानमंडल का तीन दिवसीय विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए.
राज्यपाल को लिखे एक पत्र में, पूर्व राज्य मंत्री पाटिल ने कहा कि इस साल मूसलाधार बारिश ने पूरे महाराष्ट्र में कहर बरपाया है और पिछले एक हफ्ते में बारिश की तीव्रता और बढ़ गई है. उन्होंने लिखा कि नदियां और नाले उफान पर हैं, खेत कीचड़ से भर गए हैं, मवेशी मारे गए हैं, कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं और कई लोगों की जान चली गई है. पूरे राज्य में अफरा-तफरी मची हुई है. बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर जमीनी हालात का जायजा लेने वाले पाटिल ने कहा कि किसान अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि न केवल फसलें नष्ट हो गई हैं, बल्कि कई जगहों पर उपजाऊ ऊपरी मिट्टी भी बह गई है. नुकसान इतना ज़्यादा है कि किसानों की एक साल की मेहनत भी भरपाई के लिए काफी नहीं हो सकती. पाटिल ने मांग की कि ऐसे संकट के समय में सरकार को पर्याप्त सहायता प्रदान करनी चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. इसलिए, स्थिति पर विस्तार से चर्चा करने और तत्काल निर्णय लेने के लिए महाराष्ट्र विधानमंडल का तीन दिवसीय विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए.
जयंत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार को बाढ़ प्रभावित भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए तुरंत राहत अनुदान की घोषणा करनी चाहिए. एक सोशल मीडिया पोस्ट में, पाटिल ने कहा कि उन्होंने पिछले दो दिनों में सोलापुर, धाराशिव और बीड जिलों के कई बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और पाया कि भूमिहीन कृषि मजदूरों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को तत्काल क्षति का आकलन करना चाहिए और प्रभावितों को वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए. भूमिहीन परिवारों ने अपनी आजीविका का साधन पूरी तरह से खो दिया है. पिछले महीने हुई बारिश के कारण कई लोगों को पहले ही नुकसान हो चुका है, और आने वाले हफ्तों में रोजगार की बहुत कम संभावना को देखते हुए, बिना किसी देरी के पर्याप्त राहत अनुदान या भत्ते की घोषणा करना आवश्यक है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शप) नेता ने कहा कि सरकार को किसानों, मजदूरों और आम जनता के सामने आने वाली कठिनाइयों पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और समय पर सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक उपाय लागू करने चाहिए. (सोर्स- PTI)
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