खनन माफिया ने कब्जाया राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट, बचाने के लिए सड़क पर उतरे गांव वाले

खनन माफिया ने कब्जाया राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट, बचाने के लिए सड़क पर उतरे गांव वाले

अमेठी जनपद के तहसील नुवावा ग्राम सभा के समदा तालाब का है, जहां 2008 में राहुल गांधी ने कांग्रेस सरकार में 15 बीघे जमीन पर मनरेगा योजना की शुरुआत करते हुए भूमि पूजन किया था. इसके साथ ही मनरेगा में रोजगार पाए मजदूरों के साथ मिट्टी उठाया था और यहां पर मनरेगा के तहत करीब 2 करोड़ की लागत से 41 पक्षी बिहार तालाब का निर्माण कराया था.

राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्टराहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट
क‍िसान तक
  • Amethi,
  • Apr 12, 2025,
  • Updated Apr 12, 2025, 6:13 PM IST

उत्तर प्रदेश के अमेठी में मनरेगा परियोजना के तहत निर्माण कराय गए तालाब पर अब अधिकारियों और खनन माफियाओं की नजर लग गई है. दरअसल, अमेठी जनपद में जिस तालाब की जमीन से अमेठी लोकसभा सीट से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने अपनी ही सरकार में मनरेगा परियोजना के तहत भूमिपूजन किया था. आज उसी उस तालाब पर अधिकारियों और खनन माफियाओं की नजर है. इस परियोजना में करीब 2 करोड़ की लागत से 41 तालाब का निर्माण कराकर प्रदेश की सबसे बड़ी मनरेगा परियोजना की शुरुआत की गई थी. वहीं, आज उसी तालाब को बचाने को लेकर ग्रामीणों ने हाथ में राहुल गांधी की परियोजना बचाओ और खनन माफियाओं से तालाब बचाओ के पम्पलेट लेकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किया.

41 पक्षी बिहार तालाब का हुआ था निर्माण

पूरा मामला अमेठी जनपद के तहसील नुवावा ग्राम सभा के समदा तालाब का है, जहां 2008 में राहुल गांधी ने कांग्रेस सरकार में 15 बीघे जमीन पर मनरेगा योजना की शुरुआत करते हुए भूमि पूजन किया था. इसके साथ ही मनरेगा में रोजगार पाए मजदूरों के साथ मिट्टी उठाया था और यहां पर मनरेगा के तहत करीब 2 करोड़ की लागत से 41 पक्षी बिहार तालाब का निर्माण कराया था. इसके बनने से जानवरों और पक्षियों को पीने के पानी मिलते थे,साथ ही बरसात के दिनों में आसपास के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी भी मिलता था.

ये भी पढ़ें:- कोटा की भामाशाह मंडी में किसानों का धरना-प्रदर्शन, बदसलूकी और अव्‍यवस्‍था को लेकर उठाई आवाज

अवैध खनन को लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन

वहीं, समदा तालाब के आसपास के ग्रामीणों ने आज तालाब पर लगातार हो रहे अवैध खनन को लेकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किया. साथ ही ग्रामीणों ने राहुल गांधी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट योजना को खनन माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराने की मांग की. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से रात-दिन खनन माफिया मशीन से खनन कर बड़े-बड़े गड्ढे कर दे रहे हैं, जिससे डर लगता है की बरसात के दिनों में पानी भर जाने से जानवर और कोई आदमी गिर न जाए.

खनन माफिया तालाब को कर रहे नष्ट

ग्रामीण जितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया की आज हम लोगो ने प्रदर्शन किया है. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी द्वारा 2008 में यहां पर 27 तालाबों का निर्माण कराया गया था, जिससे लोगों को लाभ हो लेकिन खनन माफिया के द्वारा उस तालाब को नष्ट किया जा जा रहा है. राहुल गांधी के सपनो को यहां पर नष्ट किया जा रहा है. ऐसे में  हम लोगो की मांग है कि इस अवैध खनन को रोका जाए.ग्रामीण अनिल कुमार ने बताया की राहुल गांधी ने हमारे गांव में तालाब का निर्माण कराया था, जिस पर अवैध खनन किया जा रहा है, जिसकी कोई अनुमति नहीं है हमारी मांग है की इस अवैध काम को रोका जाए.

खनन माफिया ने ग्रामीणों को दी धमकी

इसके अलावा ग्रामीण गीता गुप्ता ने बताया की हमारे गांव में अवैध तरीके से तालाब खोदा जा रहा है. राहुल गांधी ने छोटे-छोटे तालाब बनवाए थे, लेकिन अवैध खनन किया जा रहा इससे पशु-पक्षी सहित लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा की राहुल गांधी की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना को नष्ट करने को लेकर ग्रामीणों ने जो विरोध किया वह जायज है और इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं, खनन अधिकारी दुष्यंत कुमार ने बताया की समदा तालाब को खोदने की 2 मीटर की परमिशन दी गई है, जिसके बाद खुदाई का काम किया जा रहा है. साथ ही खनन माफिया ने ग्रामीणों को फोन कर धमकी दी. (अभिषेक कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट)

MORE NEWS

Read more!