दलहनी सब्जियों में मटर का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है. मटर की खेती से जहां एक ओर कम समय में अधिक पैदावार मिलती है तो वहीं ये भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में भी सहायक होती है. फसल चक्र के अनुसार यदि इसकी खेती की जाए तो इससे भूमि उपजाऊ बनती है. अगर आप भी इस रबी सीजन मटर की खेती करने करने के लिए मटर की किसी अन्नत किस्म की तलाश कर रहे हैं तो आप मटर की बेस्ट वैरायटी पीबी-89 का बीज नीचे दी गई जानकारी की सहायता से ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन मटर की उन्नत किस्म पीबी-89 का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
पीबी-89 किस्म पंजाब में उगने वाली मटर की एक उन्नत किस्म है. इस किस्म की फलियां जोड़े में उगती हैं. यह किस्म बिजाई के 90 दिनों के बाद पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है. इसके बीज स्वाद में मीठे होते हैं और इसकी फलियां 55 प्रतिशत बीज देती हैं. इसकी औसतन उपज 60 क्विंटल प्रति एकड़ होती है. साथ ही बता दें कि यदि किसान इसकी खेती अक्टूबर और नबंवर महीने के बीच में करें तो अधिक पैदावार के साथ ही भूरपूर मुनाफा भी कमा सकते हैं.
अगर आप भी मटर की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो पीबी-89 किस्म के एक किलो के पैकेट का बीज फिलहाल 50 फीसदी छूट के साथ मात्र 160 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से मटर की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
बता दें कि किसान अगर मटर की खेती प्लानिंग से करें तो इससे बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. वहीं, मटर की खेती किसी भी तरह की मिट्टी में आसानी से की जा सकती है. हालांकि गहरी दोमट मिट्टी इसके लिए परफेक्ट मानी जाती है. वहीं, भूमि का P.H. मान 6 से 7.5 मध्य होना जरूरी है. मटर की रोपाई बीजों के माध्यम से की जाती है. इसके लिए ड्रिल विधि का इस्तेमाल सबसे उपयुक्त है. पंक्तियों में बीजों को 5 से 7 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाया जाता है. ध्यान रखें कि इस फसल को समय-समय पर सिंचाई और खाद मिलती रहे.