देश में कई राज्यों में निजी और शासकीय स्तर पर आम महोत्सव (Mango Festival) मनाया जा रहा है. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर में भी आम महोत्सव का आयोजन किया गया. आम महोत्सव का आयोजन उत्तर बिहार की नर्सरीमेन एसोसिएशन ने किया. महोत्सव में 60 तरह के आमों का प्रदर्शन किया गया. इसका का उद्देश्य आम किसानों को प्रोत्साहित करना और आमों की विविधता को बढ़ावा देना था. प्रदर्शित आमों में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, केसर, फजली और अल्फांसो जैसी प्रमुख किस्में शामिल थीं.
आमों की विविधता: 60 तरह के आमों का प्रदर्शन, प्रत्येक अपने स्वाद, आकार, उपलब्धता और रंग में अनोखा.
आम के पेड़ों का प्रदर्शन: आम के पेड़ों की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन.
किसानों के लिए प्रोत्साहन: आम किसानों को प्रोत्साहित करने और आमों की विविधता को बढ़ावा देने के लिए आयोजन.
वैसे तो बिहार का मशहूर शहर शाही लीची के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन अब यह आमों के लिए भी प्रसिद्ध होगा. उत्तर बिहार के नर्सरी एसोसिएशन ने इसी मोटिव के साथ शहर में आम महोत्सव का आयोजन किया.
मुज़फ्फरपुर आम महोत्सव में प्रदर्शित आमों में से कुछ प्रमुख किस्में - दशहरी- लंगड़ा- चौसा , केसर ,फजली अल्फांसो सहित लगभग और 55 अन्य किस्में प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण रही. इस दौरान लोगों ने कई आम की किस्में पहली बार देखी और हर किसी की नजर उन्हीं पर टिकी रहीं.
एसोसिएशन के अध्यक्ष एके मणि ने बताया कि बिहार के किसानों को आम के प्रजातियों से अवगत कराना और उनके रख रखाव के साथ प्रबंधन की जानकारी देना हमारा लक्ष्य है. साथ ही आम किसानों को प्रोत्साहित करना और आमों की विविधता को बढ़ावा देना था. यह महोत्सव आम प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव था.
वहीं, संस्था के सचिव अनुराग ने बताया कि हम केवल किसानो को एक मंच पर लाकर उन्हें वैज्ञानिक तरीके से आम की खेती करने, कीट प्रबंधन करने, जलवायु के अनुसार देखरेख करने और उनके पूरे प्रबंधन की जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह आयोजन किया था.