रबी सीजन में सिंचाई की टेंशन नहीं, देश के जलाशयों में भरपूर भरा है पानी

रबी सीजन में सिंचाई की टेंशन नहीं, देश के जलाशयों में भरपूर भरा है पानी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के दौरान 723 जिलों से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि देश के 61 प्रतिशत (पिछले सप्ताह 60 प्रतिशत) में कम बारिश हुई. हालांकि, जलाशयों में बेहतर स्टोरेज के साथ रबी सीजन के लिए संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं. कृषि प्रमुख क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश ने मिट्टी की नमी अच्छी बनाए रखी है जिससे फसलों को फायदा होगा.

Last week, the storage of these reservoirs was at 24 percent. (Representational photo)Last week, the storage of these reservoirs was at 24 percent. (Representational photo)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Nov 08, 2024,
  • Updated Nov 08, 2024, 12:46 PM IST

देश के प्रमुख 155 जलाशयों या बांधों में इस हफ्ते पानी के स्टोरेज में मामूली कमी आई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन जलाशयों के स्टोरेज में 1 परसेंट पॉइंट की कमी दर्ज की गई है. हालांकि इसमें एक अच्छी खबर ये है कि पिछले हफ्ते जहां 4 राज्य ऐसे थे जहां जलाशयों में सामान्य से कम पानी था, लेकिन इसमें राज्यों की संख्या घटकर 3 हो गई है. यानी कोई एक राज्य ऐसा है जहां जलाशयों में पानी का स्टोरेज सामान्य हो गया है. केंद्रीय जल आयोग हर हफ्ते इसकी रिपोर्ट जारी करता है जिससे ये जानकारी सामने आई है.

केंद्रीय जल आयोग (CWC) के आंकड़ों से पता चला है कि इस सप्ताह प्रमुख जलाशयों में स्टोरेज 180.852 बीसीएम क्षमता का 86 प्रतिशत या 154.981 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) था. पिछले सप्ताह इसमें लगातार 4 बार से कोई बदलाव नहीं हुआ था और पानी की मात्रा 156.863 बिलियन या 87 प्रतिशत दर्ज की गई.

61 प्रतिशत बारिश की कमी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के दौरान 723 जिलों से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि देश के 61 प्रतिशत (पिछले सप्ताह 60 प्रतिशत) में कम बारिश हुई. हालांकि, जलाशयों में बेहतर स्टोरेज के साथ रबी सीजन के लिए संभावनाएं अच्छी दिख रही हैं. कृषि प्रमुख क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश ने मिट्टी की नमी अच्छी बनाए रखी है जिससे फसलों को फायदा होगा.

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प्रमुख जलाशयों की लाइव स्टोरेज स्थिति के बारे में सीडब्ल्यूसी हर हफ्ते बताता है और एक साप्ताहिक बुलेटिन जारी करता है. इससे पता चला है कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश और नागालैंड में सामान्य से कम पानी है. ओडिशा का स्तर सामान्य हो गया है, जबकि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक सामान्य से अधिक पानी है. इस साल का स्टोरेज पिछले साल और पिछले 10 साल के स्तर (सामान्य) से अधिक है.

हिमाचल प्रदेश में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ, जबकि पंजाब में यह कमी एक सप्ताह पहले 54 प्रतिशत की तुलना में सामान्य से 53 प्रतिशत रह गई. राजस्थान का स्टोरेज सामान्य से 17 प्रतिशत अधिक था. पूर्वी क्षेत्र के 25 जलाशयों में स्टोरेज 20.798 बीसीएम के 75 प्रतिशत (एक सप्ताह पहले 76.45 प्रतिशत) घटकर 15.602 बीसीएम रह गया. पश्चिम बंगाल में सामान्य से 38 प्रतिशत अधिक स्टोरेज था. त्रिपुरा (सामान्य से 22 प्रतिशत अधिक) और बिहार (7 प्रतिशत) में बेहतर स्टोरेज था. 

चक्रवाती बारिश से बढ़ा जलस्तर

पश्चिमी क्षेत्र में सबसे अच्छा भंडारण (स्टोरेज) रहा. गुजरात में भंडारण सामान्य से 33 प्रतिशत अधिक था, जबकि महाराष्ट्र में स्तर सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक था. गोवा में यह सामान्य था. मध्य प्रदेश में स्टोरेज सामान्य से 12 प्रतिशत अधिक था, जबकि उत्तर प्रदेश में यह सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक था. उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में भी स्तर सामान्य से अधिक था.

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चक्रवात दाना से हुई बारिश से कुछ राज्यों के जलाशयों में पानी भर गया है. चक्रवात की वजह से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सामान्य स्तर से 40 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. इसका फायदा जलाशयों को मिला है. तमिलनाडु में पानी का स्टोरेज 31 प्रतिशत और केरल में सामान्य से 2 प्रतिशत अधिक रहा. इस सप्ताह तटीय इलाकों में बारिश जारी रह सकती है, क्योंकि आईएमडी ने तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश का अनुमान लगाया है.

 

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