Milk Production: दूध उत्पादन में भारत ने फ‍िर रचा इत‍िहास, उपलब्धता में 166 ग्राम प्रत‍ि व्यक्त‍ि का इजाफा

Milk Production: दूध उत्पादन में भारत ने फ‍िर रचा इत‍िहास, उपलब्धता में 166 ग्राम प्रत‍ि व्यक्त‍ि का इजाफा

BAHS 2025, 1 मार्च, 2024 से 28 फरवरी, 2025 तक किए गए इंटीग्रेटेड सैंपल सर्वे पर आधारित है. यह सर्वे दूध, अंडे, मीट और ऊन जैसे मेजर लाइवस्टॉक प्रोडक्ट्स (MLPs) पर जरूरी डेटा देता है, जो लाइवस्टॉक सेक्टर में रिसर्च और पॉलिसी बनाने में मदद करता है. उत्तर प्रदेश 15.6 फीसदी उत्‍पादन के साथ दूध मुहैया कराने में देश में नंबर वन है.

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क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Nov 27, 2025,
  • Updated Nov 27, 2025, 12:35 PM IST

भारत ने दुन‍िया में दूध उत्पादन के मामले में अव्वल होने का अपना पुराना र‍िकॉर्ड बरकरार रखा है. यहां न स‍िर्फ दूध उत्पादन बढ़ा है बल्क‍ि बढ़ती जनसंख्या के बावजूद लोगों के ल‍िए उसकी उपलब्धता भी बढ़ी है. यहां साल 2014-15 में प्रति व्यक्ति प्रत‍ि द‍िन जो दूध की उपलब्धता स‍िर्फ 319 ग्राम थी वो अब 2024-25 में बढ़कर 485 ग्राम हो गई है. यानी प‍िछले एक दशक में 166 ग्राम दूध की उपलब्धता बढ़ी है. अंडे की उपलब्धता में भी शानदार इजाफा हुआ है. साल 2014-15 में सालाना अंडों की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 62 नग थी जो 2024-25 में बढ़कर 106 नहो गई है. केंद्र सरकार ने बेसिक एनिमल हसबैंड्री स्टैटिस्टिक्स (BAHS) 2025 को जारी क‍िया है, ज‍िसमें इस बात की जानकारी म‍िली है.

यूपी में सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन 

सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 2014-15 में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्‍धता 319 ग्राम प्रति दिन से से बढ़कर 2024-25 में 485 ग्राम प्रति दिन पर पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश 15.6 फीसदी उत्‍पादन के साथ दूध मुहैया कराने में देश में नंबर वन है. उसके बाद 14.8 फीसदी के साथ राजस्थान, फिर 9.1 फीसदी के साथ मध्य प्रदेश, फिर 7.7 फीसदी के साथ गुजरात और फिर 6.7 फीसदी के साथ महाराष्‍ट्र का नंबर है. इन पांच राज्यों ने मिलकर कुल प्रोडक्शन में 54 फीसदी से ज्‍यादा का योगदान दिया है. पिछले साल के मुकाबले, विदेशी क्रॉसब्रीड मवेशियों से दूध लगभग 5 फीसदी बढ़ा, देसी आम मवेशियों का प्रोडक्शन 3.5 फीसदी बढ़ा है और भैंस के दूध के प्रोडक्शन में 2.4 फीसदी की तेजी आई है. 

अंडों की उपलब्‍धता और प्रोडक्‍शन  

साल 2024-25 के दौरान कुल अंडों का उत्‍पादन भी करीब 4.5 फीसदी से बढ़कर 149 अरब होने का अनुमान है. साथ ही प्रति व्यक्ति उपलब्धता 2014-15 में 62 प्रति वर्ष से बढ़कर 2024-25 में 106 प्रति वर्ष हो गई. कुल अंडा  उत्‍पादन सबसे बड़ा योगदान आंध्र प्रदेश का है. राज्‍य का कुल अंडे के प्रोडक्शन में हिस्सा 18.37 प्रतिशत है. इसके बाद तमिलनाडु (15.63 फीसदी), तेलंगाना (12.98 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (10.72 प्रतिशत) और कर्नाटक (6.67 फीसदी) का स्थान है. 

कुल मिलाकर, ये राज्य भारत के कुल अंडे के प्रोडक्शन में 64.37 प्रतिशत का योगदान देते हैं. ये देश के पोल्ट्री सेक्टर में उनकी अहम भूमिका को दिखाता है. कुल अंडों में से, कमर्शियल पोल्ट्री ने 125.98 बिलियन अंडे दिए, जो देश के कुल उत्पादन का 84.49 फीसदी था. दूसरी तरफ बैकयार्ड पोल्ट्री ने 23.13 अरब अंडों का उत्‍पादन किया और यह कुल उत्पादन का 15.51 फीसदी था. 

दुनिया का चौथा मीट प्रोड्यूसर भारत 

भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मीट प्रोड्यूसर रहा जिसका कुल प्रोडक्शन 2024-25 के दौरान 10.5 मिलियन टन था. यह 2023-24 के मुकाबले 2.5 फीसदी ज्‍यादा था. पोल्ट्री का हिस्सा 5.1 मिलियन टन था, जो कुल मीट प्रोडक्शन का करीब आधा था. टॉप पांच राज्य पश्चिम बंगाल (12.4 फीसदी), उत्तर प्रदेश (12.2 फीसदी), महाराष्ट्र (11.5 फीसदी), आंध्र प्रदेश (10.8 फीसदी) और तेलंगाना (10.5 फीसदी) थे, जो मिलकर देश के प्रोडक्शन में 57 प्रतिशत से  ज्‍यादा का योगदान देते हैं. 

ऊन के उत्‍पादन में राजस्‍थान आगे 

2024-25 के दौरान ऊन का उत्‍पादन 34.5 मिलियन किलोग्राम होने का अनुमान है. यह पिछले साल के मुकाबले 2.6 फीसदी ज्‍यादा था. राजस्थान 47.8 फीसदी के साथ सबसे आगे रहा. उसके बाद 23 प्रतिशत के साथ जम्मू और कश्मीर, 6.2 फीसदी के साथ गुजरात, 4.7 प्रतिशत के साथ महाराष्‍ट्र और फिर 4.3 प्रतिशत के साथ हिमाचल प्रदेश का स्‍थान है. इन पांच राज्यों का देश के ऊन प्रोडक्शन में 86 फीसदी हिस्सा था.

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