यूएस में ट्रंप के आने से भारत का एग्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट बढ़ेगा, 15 हजार करोड़ के पार पहुंचने की उम्मीद

यूएस में ट्रंप के आने से भारत का एग्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट बढ़ेगा, 15 हजार करोड़ के पार पहुंचने की उम्मीद

अमेरिका को भारतीय बासमती चावल खूब पसंद है. 2023-24 में भारत ने अमेरिका को 2,527 करोड़ रुपये का 2.34 लाख मीट्रिक टन बासमती चावल का निर्यात किया है. जबकि, 373 करोड़ रुपये का 53,630 मीट्रिक टन गैर बासमती चावल निर्यात किया है. चावल निर्यात में लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले समय में इसमें बढ़ोत्तरी देखे जाने की संभावना जताई गई है.

यूएस के लिए एग्री प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट में बढ़ोत्तरी की उम्मीद. यूएस के लिए एग्री प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट में बढ़ोत्तरी की उम्मीद.
रिजवान नूर खान
  • Noida,
  • Nov 06, 2024,
  • Updated Nov 06, 2024, 5:41 PM IST

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज कर ली है. इससे भारतीय कृषि सेक्टर पर सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. एक्सपर्ट को एग्री प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट में बढ़ोत्तरी की उम्मीद बढ़ गई है. पीएम मोदी के साथ ट्रंप के दोस्ताना रिश्ते के मद्देनजर एक्सपर्ट का अनुमान है कि यूएस को खाद्यान्न समेत ताजा फलों, सब्जियों का भारत से होने वाले निर्यात को बढ़ोत्तरी का लाभ मिल सकता है. यूएस को सालाना एक्सपोर्ट 15 हजार करोड़ के पार पहुंचने की संभावना जताई गई है.

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ कमर्शियल इंटेलिजेंस एंड स्टैटिस्टिक्स (DGCIS) के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका को भारत सालाना 12,435 करोड़ रुपये के खाद्यान्न, फल-सब्जियों का निर्यात करता है. इसमें मीट, डेयरी और दलहन उत्पाद भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि मोदी और ट्रंप के दोस्ताना रिश्ते के चलते भारत का यूएस जाने वाला एग्री प्रोडक्ट का आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा. क्योंकि, अमेरिका से पहले भारतीय एग्रीकल्चर प्रोडक्ट की मांग अधिक रही है. 

यूएस को पसंद भारतीय बासमती

अमेरिका को भारतीय बासमती चावल खूब पसंद है. वैश्विक निर्यात में भारत अकेला चावल निर्यात की 40 फीसदी हिस्सेदारी रखता है और इस मामले में वह नंबर वन पर है.  2023-24 में भारत ने अमेरिका को 2,527 करोड़ रुपये का 2.34 लाख मीट्रिक टन बासमती चावल का निर्यात किया है. जबकि, 373 करोड़ रुपये का 53,630 मीट्रिक टन गैर बासमती चावल निर्यात किया है. चावल निर्यात में लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले समय में इसमें बढ़ोत्तरी देखे जाने की संभावना जताई गई है. क्योंकि, भारत ने चावल निर्यात पर लगी रोक और एमईपी को भी हटा दिया है.

इन प्रोडक्ट का खूब एक्सपोर्ट

2023-24 में भारत से अमेरिका को सबसे ज्यादा निर्यात होने वाले अन्य कृषि उत्पादों में 1,489 करोड़ के डेयरी प्रोडक्ट, 1,129 करोड़ रुपेय के प्रॉसेस फ्रूट और जूस,  758 करोड़ की  प्रॉसेस सब्जियां, 478 करोड़ रुपये की दालें, 434 करोड़ रुपये के ताजा फल समेत कई उत्पाद शामिल हैं. DGCIS के अनुसार कुल मिलाकर पूरे साल के दौरान भारत ने अमेरिका को 12,435 करोड़ रुपये के कृषि उत्पाद निर्यात किए हैं. 

फल-सब्जी बीज आयात में सुधार 

भारत कुछ कृषि उत्पाद अमेरिका से आयात भी करता है, जिसमें और सुधार होगा. हालांकि, भारत का उद्देश्य वस्तुओं का खुद उत्पादन कर आयात घटाना है. आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका से आने वाले कुछ उत्पादों में गिरावट आई है, जो उस उत्पाद के भारत में उत्पादन बढ़ने के संकेत देता है. भारत फलों और सब्जियों के बीज अमेरिका से आयात करता है, जिसमें गिरावट आई है क्योंकि भारत ने तेजी से घरेलू स्तर पर बीजों पर रिसर्च और उत्पादन को बढ़ावा दिया है.

भारत ने 2022-23 में करीब 123 करोड़ रुपये के 1,629 मीट्रिक टन फल और सब्जियों के बीज खरीदे थे, जो मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में घटकर करीब 116 करोड़ रुपये के रह गए हैं. हालांकि, अमेरिका से फ्रेश फ्रूट और अल्कोहलिक बेवरेज के आयात मात्रा और मूल्य में इजाफा दर्ज किया गया है.  

एक्सपर्ट का मानना है कि भारत का अमेरिका के लिए एक्सपोर्ट आसान होने की उम्मीद है. दोनों देशों के संबंधों को देखते हुए भविष्य के लिए बेहतर संभावनाएं दिखती हैं. ऐसे में मौजूदा करीब 13 हजार करोड़ रुपये का एग्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट बढ़कर 15 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच सकता है. 

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