जम्मू-कश्मीर के किसान बने मिसाल: 100% जैविक सब्जी उत्पादन की ओर बड़ा कदम

जम्मू-कश्मीर के किसान बने मिसाल: 100% जैविक सब्जी उत्पादन की ओर बड़ा कदम

जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी और नौशेरा में कृषि विभाग 100% ऑर्गेनिक सब्जी खेती को बढ़ावा दे रहा है. किसानों को वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, हाई-टेक पॉलीहाउस और सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है. इससे स्थानीय किसानों की आय बढ़ रही है और सालभर प्राकृतिक तरीके से सब्जियां उगाई जा रही हैं.

जम्मू-कश्मीर में ऑर्गेनिक मिशन तेजजम्मू-कश्मीर में ऑर्गेनिक मिशन तेज
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Nov 23, 2025,
  • Updated Nov 23, 2025, 5:04 PM IST

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बॉर्डर इलाके-सुंदरबनी और नौशहरा-में खेती में बड़ा बदलाव हो रहा है. कृषि विभाग इन इलाकों में 100% ऑर्गेनिक सब्ज़ी उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है और किसानों को पूरी मदद दी जा रही है. सरकार का उद्देश्य है कि किसान रासायनिक खेती की जगह प्राकृतिक और जैविक खेती अपनाएँ, ताकि मिट्टी की उर्वरता बढ़े और उत्पादों की बाजार में अच्छी कीमत मिले.

ऑर्गैनिक खेती की तैयारी मज़बूत

कृषि विभाग की ओर से किसानों को हर तरह की सहायता दी जा रही है. सुंदरबनी और नौशेरा जैसे पहाड़ी और दूर-दराज इलाकों में किसानों के लिए जैविक खेती अपनाना पहले मुश्किल था. लेकिन अब केंद्र सरकार की योजनाओं से किसानों को कई सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं.

सरकार किसानों को वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट, हाई-टेक पॉलीहाउस, और जैविक खेती के लिए जरूरी सामग्री प्रदान कर रही है. इन सारी सुविधाओं से किसान प्राकृतिक तरीके से सब्ज़ियां उगा पा रहे हैं और उनकी आमदनी भी बढ़ रही है.

वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट से किसानों को बड़ा फायदा

ऑर्गेनिक खेती में सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है-जैविक खाद. इसी को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने सुंदरबनी क्षेत्र के कई किसानों को हाई-टेक वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट उपलब्ध कराई है.

कृषि विभाग के फील्ड अफसर राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने किसान राजेश आचार्य को अधिक गाय के गोबर को वर्मी-कम्पोस्ट में बदलने की सलाह दी थी. HADP योजना के तहत 14 लाख रुपये की परियोजना में 50% सब्सिडी दी गई. विभाग ने सभी निर्देशों का पालन करवाया और अब किसान का वर्मी-कम्पोस्ट तैयार है.

इस जैविक खाद की मांग आसपास के किसानों में भी बढ़ गई है और वे इसे खरीदकर अपने खेतों में इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे आय बढ़ने के साथ-साथ खेती भी प्राकृतिक तरीके से हो रही है.

पॉलीहाउस से सालभर सब्ज़ियों की खेती संभव

सरकार की योजनाओं के तहत हाई-टेक पॉलीहाउस भी दिए जा रहे हैं, जिससे किसान पूरे साल सब्जियां उगा पा रहे हैं सर्दियों में भी. ये पॉलीहाउस सब्ज़ियों को ठंड, बारिश और खराब मौसम से बचाते हैं. इससे किसानों को सीजन पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं होती और आय नियमित बनी रहती है.

किसानों ने जताया आभार

किसान आचार्य राजेश प्रशार ने प्रधानमंत्री मोदी और कृषि विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि इन योजनाओं की वजह से स्थानीय लोगों को रोज़गार भी मिला है और खेती भी बेहतर हो रही है. उन्होंने बताया कि जैविक खेती से उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ी है और बाजार में अच्छी कीमत मिल रही है.

मनोज सिन्हा ने किया विकास कार्यों का शुभारंभ

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने दौरे के दौरान बॉर्डर गांव झांघर में प्राकृतिक आपदाओं और पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों के लिए नए घर बनाने की आधारशिला रखी. इससे किसानों और ग्रामीणों में सुरक्षा और भरोसा दोनों बढ़ा है.

सुंदरबनी और नौशहरा में 100% ऑर्गेनिक सब्ज़ी खेती की ओर यह बड़ा कदम किसानों के भविष्य को सुरक्षित और लाभदायक बनाने वाली पहल है. जैविक खाद, पॉलीहाउस और सरकारी सहायता से किसान अब नई तकनीक अपनाकर बेहतर उपज ले रहे हैं. आने वाले समय में यह इलाका ऑर्गैनिक खेती का प्रमुख केंद्र बन सकता है.

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