
हाल ही में हरियाणा में कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया. इसमें राज्य के कई प्रगतिशील किसान शामिल हुए. इस मौके पर सिरसा जिले के गांव सुखरखेड़ा निवासी आशीष मेहता को उनके बेहतरीन कृषि कार्यों के लिए किसान रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. आशीष मेहता पारंपरिक खेती के साथ-साथ आधुनिक और ऑर्गेनिक कृषि पद्धतियों को अपनाकर उल्लेखनीय सफलता हासिल कर रहे हैं.
आशीष मेहता धान, गेहूं, कपास जैसी परंपरागत फसलों के साथ-साथ दलहन, तिलहन, सब्जी और फल फसलों की विविध खेती कर रहे हैं. इसके अलावा वे डेयरी और बकरी पालन भी करते हैं. जैविक गुड़ और सरसों तेल के निर्माण से उन्होंने खेती को मूल्य संवर्धन (वैल्यू एडिशन) से जोड़ा है. इससे पारंपरिक खेती की तुलना में उनकी आय करीब चार गुना तक बढ़ी है.
फसल अवशेष जलाने की समस्या से निपटने के लिए आशीष मेहता ने पर्यावरण अनुकूल समाधान अपनाए हैं. वे खेती में आधुनिक मशीनों और तकनीकों का प्रयोग कर रहे हैं. इससे लागत में कमी आई है और उत्पादन बेहतर हुआ है. ड्रिप और माइक्रो-स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली, मौसम आधारित खेती और कंपोस्ट खाद का उपयोग उनकी खेती की प्रमुख विशेषताएं हैं.
आशीष मेहता खेती में ड्रोन तकनीक का भी उपयोग कर रहे हैं. ड्रोन के जरिए सटीक कीटनाशक छिड़काव और फसल निगरानी से न सिर्फ लागत घटी है बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत हुई है. वह जैविक सब्जी नर्सरी, डेयरी और बकरी पालन को भी सफलतापूर्वक संचालित कर रहे हैं.
आशीष मेहता किसान उत्पादक संगठन (FPO) से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं. सामूहिक खरीद और डायरेक्ट सेल के जरिये से वो बिचौलियों की भूमिका कम कर किसानों की आय बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं. उनके प्रयासों से आसपास के कई किसान भी आधुनिक और लाभकारी खेती की ओर प्रेरित हुए हैं. आशीष मेहता किसानों को नई तकनीकों, जैविक खेती और टिकाऊ कृषि के बारे में प्रशिक्षण भी देते हैं.उनके कामों को देखते हुए उन्हें किसान रत्न अवॉर्ड के लिए चुना गया है.
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