देश के कई राज्यों में धान की कटाई शुरू हो गई है. इसके बाद किसान रबी फसलों की बुवाई की तैयारी में लग जाएंगे. खास कर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसान रबी की मुख्य फसल गेहूं की सबसे अधिक खेती करते हैं. ऐसे में किसान कई बार गेहूं की उन्नत किस्मों को लेकर उलझन में पड़ जाते हैं. वे मिट्टी और जलवायु के हिसाब से सही गेहूं की किस्मों का चयन नहीं कर पाते हैं, जिससे उपज प्रभावित होती है. लेकिन अब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये सरकारी संस्था गेहूं की बेस्ट क्वालिटी की बीज बेच रही है, जिसे खरीदकर किसान गेहूं की बंपर उपज ले सकते हैं. आइए जानते हैं कहां से खरीद सकते हैं गेहूं की सस्ते में बीज.
किसान अब अपनी खेतों में बेस्ट क्वालिटी की गेहूं की खेती करने लगे हैं. इससे किसानों की बंपर कमाई भी हो रही है. इसलिए किसान बड़े स्तर पर गेहूं उगा रहे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन गेहूं की GW-451 किस्म का बीज बेच रहा है. इस बीच को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर की वेबसाइट के लिंक पर जाकर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
GW-451 गेहूं की एक उन्नत और उच्च उपज देने वाली किस्म है, जो गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों के लिए सबसे उपयुक्त है. यह कम पानी में भी अच्छी उपज देती है और देरी से बुवाई के लिए भी उपयुक्त है. यह किस्म जिंक और आयरन से भरपूर होती है और इसकी रोटी बनाने की क्वालिटी भी अच्छी होती है. बात करें इसके बीज की कीमत की तो इसके 40 किलो का पैकेट फिलहाल 15 फीसदी छूट के साथ मात्र 1870 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से गेहूं की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
गेहूं की खेती के लिए सबसे पहले खेत को अच्छे से जोतकर तैयार करें. फिर 25 सितंबर से 25 नवंबर के बीच बीज उपचार करके बुवाई करें. बीज उपचार करने के लिए बीज को कार्बेंडाजिम 50% W जैसे किसी रसायन से उपचारित करें. समय पर बुवाई के लिए 40 किग्रा/एकड़ और देरी से बुवाई के लिए 50-55 किग्रा/एकड़ बीज की आवश्यकता होती है. फिर लाइन से लाइन की दूरी 22-25 सेमी रखते हुए सीड ड्रिल से बीज बोएं. बुवाई के समय डीएपी, यूरिया और पोटाश जैसी खाद डालें. उसके बाद फसल को 3-4 बार पानी दें.