तिलहन फसलों की बात करें तो सरसों और सोयाबीन के साथ सूरजमुखी का भी जिक्र आता है. भारत सूरजमुखी का तेल भी बड़े पैमाने पर आयात करता है. इसलिए इसकी खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा मानी जाती है. सूरजमुखी की खेती साल में तीनों मौसमों में की जा सकती है. हालांकि, रबी और जायद का सीजन इसकी फसल के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. सूरजमुखी की खेती दिसंबर में की जा सकती है, क्योंकि दिसंबर में पाले का खतरा कम होता है और मिट्टी में नमी होती है, जिससे अंकुरण अच्छा होता है. वहीं, अगर आप इस महीने सूरजमुखी की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी के बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से इसके बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
यहां मिलेंगे सूरजमुखी के बीज
- अभी के समय में किसान पारंपरिक फसलों को छोड़कर नकदी फसलों कर रहे हैं.
- कमाई के लिहाज से भी किसान बड़े स्तर पर इसकी खेती करते हैं.
- ऐसे में राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन सूरजमुखी की COH-3 किस्म के बीज बेच रहा है.
- इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर सकते हैं.
- साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं.
COH-3 किस्म की खासियत
- यह सूरजमुखी की अधिक उपज देने वाली किस्म है.
- COH-3 किस्म को तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) द्वारा विकसित किया गया है.
- ये एक उच्च उपज वाली और अधिक तेल की मात्रा वाली हाइब्रिड किस्म है
- इस किस्म को 2018 में तमिलनाडु राज्य के लिए जारी किया गया था.
- ये किस्म लगभग 90 से 95 दिनों में पककर तैयार हो जाती है, जिससे किसान कम समय में कटाई कर पाते हैं.
- सिंचित परिस्थितियों में इसकी औसत बीज उपज 2280 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है.
- इस किस्म में तेल की मात्रा लगभग 42 फीसदी होती है, जो अन्य किस्मों की तुलना में बेहतर है.
- ये किस्म नेक्रोसिस, लीफ स्पॉट और पाउडरी मिल्ड्यू रोगों के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है.
बीज की कितनी है कीमत
- अगर आप भी सूरजमुखी की खेती करना चाहते हैं तो इसके बीज उपलब्ध हैं.
- आपको इसके 2 किलो के बीज का पैकेट फिलहाल 24 फीसदी की छूट के साथ मिल जाएगा.
- ये बीज आपको 1000 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
- इसे खरीद कर आप आसानी से सूरजमुखी की खेती कर सकते हैं.
कैसे करें सूरजमुखी की खेती
- किसी भी फसल की बुवाई करने से पहले मिट्टी का चुनाव करना होता है.
- सूरजमुखी की खेती करने से पहले भी किसान मिट्टी की क्वालिटी के हिसाब से ही बीजों की बुवाई करें.
- कृषि एक्सपर्ट की मानें तो सूरजमुखी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बेहतर मानी गई है.
- वहीं, मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 8.5 बीच होना चाहिए.
- खास बात यह है कि बीजों की बुवाई करने से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई कर लें.
- इसके बाद पाटा चलाकर खेत को समतल कर दें.
- खेत में जल निकासी की भी अच्छी तरह से व्यवस्था करें क्योंकि सूरजमुखी का पौधा जलभराव को सहन नहीं कर पाता है.