बरसात का मौसम आते ही लोग अपने गार्डन, बालकनी या खेतों में हरी पत्तेदार सब्जियों को उगाने में लग जाते हैं. माना जाता है कि इस मौसम में सब्जियों की खेती करना बेस्ट होता है. आमतौर पर लोगों को किस मौसम में कौन सी सब्जी लगानी चाहिए, उसके बीज को लेकर काफी दिक्कत होती है. ऐसे में लोग काफी परेशान रहते हैं कि आखिर वो बरसात के दिनों में किस सब्जी को उगाएं. किसानों इन्हीं परेशानियों को देखते हुए के राष्ट्रीय बीज निगम हरी सब्जियों के बीज बेच रहा है. इस बीज के किट को आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
शहरों में घर की छतों पर सब्जियों को उगाने का ट्रेंड और इसकी खेती की बढ़ती हुई डिमांड को देखते हुए राष्ट्रीय बीज निगम NSC किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन बरसात के दिनों में उगाई जाने वाली हरी सब्जियों के बीज का किट बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. इस किट में आपको 12 हरी सब्जियों के बीज मिलेंगे. साथ ही यहां किसानों को अन्य प्रकार की फसलों के बीज और पौधे भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
शहरों में रह रहे लोगों को हरी सब्जियों को खाने के लिए काफी रुपये खर्च करने पड़ते हैं. इसके बावजूद भी लोगों को ताजी और शुद्ध सब्जी नहीं मिल पाती है क्योंकि अधिकांश किसान अधिक पैदावार के लिए रासायनिक खाद का इस्तेमाल करते हैं. इससे हरी सब्जियों की ताजगी और स्वाद पर असर पड़ा है. ऐसे में आप इन 12 सब्जियों के बीज को मंगवा कर अपने घर की बालकनी या छत पर उगा सकते हैं. बता दें कि इस किट में लाल चौलाई का साग, हरे चौलाई का साग, पालक, धनिया, ग्वार, फ्रेंचबीन, बैंगन, टमाटर, लौकी, खीरा, भिंडी और तोरई शामिल है.
किसानों और शहरों में रहने वाले गार्डनिंग के शौकिन लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम हरी सब्जियों के बीज बेच रहा है. इसमें 12 हरी और पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं. वहीं ये सभी 12 सब्जियों के किट का 120 ग्राम का पैकेट फिलहाल 25 फीसदी छूट के साथ मात्र 150 रुपये में मिल रहा है. इसे खरीद कर आप आसानी से इन सब्जियों की खेती कर सकते हैं या अपने घर पर गमले में उगा सकते हैं.
गमले में हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने के लिए, उपजाऊ मिट्टी, सही आकार का गमला, और सही मात्रा में पानी और धूप की आवश्यकता होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एक चौड़ा और गहरा गमला लेना होगा, जिसमें पानी की निकासी के लिए छेद हो. इसके बाद उसमे उपजाऊ मिट्टी का उपयोग करें, जिसमें एक तिहाई वर्मी कंपोस्ट या लीफ कंपोस्ट और एक तिहाई बालू मिलाई हो. वहीं, मिट्टी को तैयार करने आप बीज बो सकते हैं. ध्यान रखें कि मिट्टी में 1-2 इंच गहराई में ही बीज बोएं. उसके बाद बीज को मिट्टी से ढक दें और हल्का पानी डालें.