देश के लगभग सभी राज्यों में किसान धान की खेती में लग गए हैं. धान खरीफ सीजन की मुख्य फसल है. वहीं, जुलाई का महीना आते ही कई राज्यों के किसान धान खेती की रोपाई करने लगे हैं. लेकिन कई जगहों पर किसान जुलाई के अंत तक धान की खेती करते हैं. ऐसे में जो किसान अभी तक धान की बीज नहीं डाले हैं और धान की जल्दी तैयार होने वाली पछेती किस्म ढुंढ रहे हैं. ये खबर उनके लिए है. दरअसल, राष्ट्रीय बीज निगम वैसे किसानों के लिए धान की MTU-7029 किस्म का बीच बेच रहा है. बता दें कि धान की खेती के लिए ज्यादा मात्रा में पानी की जरूरत होती है. ऐसे में अगर आप कम पानी में धान की खेती करना चाहते हैं तो आप इस बीज को घर बैठे मंगवा सकते हैं और धान की खेती कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
भारत के लगभग हर राज्य के किसान बड़े स्तर पर धान की खेती करते हैं, जिसमें बड़ा योगदान राष्ट्रीय बीज निगम का भी है, जो किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन धान की उन्नत किस्म MTU-7029 के बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज और पौधे भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
ये धान की एक खास किस्म है, जिसकी खेती जुलाई के अंत तक आसानी से की जा सकती है. ये किस्म सिंचित अवस्था के लिए उपयुक्त मानी जाती है. MTU-7029 उच्च उपज वाली धान की किस्म है, जिसे छोटी मंसूरी या नटई मंसूरी के नाम से भी जाना जाता है और यह किस्म अपनी अच्छी उपज, रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्वादिष्ट चावल के लिए जानी जाती है. किसानों के अनुसार, यह अन्य किस्मों के मुकाबले बेहतर पैदावार दे सकती है. इस किस्म का चावल खाने में स्वादिष्ट होता है और बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है.
अगर आप धान की खेती करना चाहते हैं तो MTU-7029 किस्म के 30 किलो वाले बीज का पैकेट फिलहाल 20 फीसदी छूट के साथ 1700 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट से खरीद सकते हैं. इसे खरीद कर आप आसानी से धान की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि किसानों को धान के बीज के पैकेट खरीदने पर जैकेट मुफ्त में मिल रहा है. वहीं, ये ऑफर मात्र 7 जुलाई तक ही है.
धान की खेती करने के लिए सबसे पहले खेत को तैयार करना चाहिए. इसके लिए किसान खेत को अच्छी तरह से जोतकर समतल कर लें. अगर धान की सीधी बुवाई कर रहे हैं तो खेत में हल्की नमी बनाए रखें. साथ ही अगर परंपरागत तरीके से रोपाई कर रहे हैं तो खेत में पानी जमा कर लें. वहीं, सीधी बुवाई के लिए बीज को खेत में सीधे बुवाई करें, जैसे कि गेहूं की बुवाई करते हैं. इसके साथ ही रोपाई के लिए नर्सरी में उगाए गए धान के पौधों की खेत में रोपाई करें.