अगर आप अपने बगीचे या गमलों में सब्जियां या फूल उगा रहे हैं, तो पौधों को अच्छी खाद देना बेहद ज़रूरी है. पौधे मिट्टी से पोषक तत्व लेकर बढ़ते हैं और जब मिट्टी के पोषक तत्व कम हो जाते हैं, तो फसल भी कमज़ोर हो जाती है.
लेकिन अच्छी बात यह है कि आप अपने घर की रोज़मर्रा की चीज़ों से प्राकृतिक जैविक खाद बना सकते हैं – वो भी बिना किसी खर्च के! ये खादें न सिर्फ आपके पौधों को पोषण देंगी, बल्कि आपके घर का कचरा भी कम करेंगी.
जब आप चावल उबालते हैं, तो जो पानी बचता है, वह आपके पौधों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. इसमें स्टार्च और थोड़ी मात्रा में NPK (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम) होता है – ये तीनों पौधों के विकास के लिए बहुत जरूरी हैं.
ध्यान रखें: चावल के पानी में नमक न हो और पानी ठंडा हो जाए, तभी इसे पौधों को दें.
पास्ता पकाने के बाद जो पानी बचता है, उसमें भी स्टार्च होता है जो पौधों के लिए फायदेमंद होता है. अगर पानी ज़्यादा गाढ़ा हो, तो उसमें थोड़ा और पानी मिलाकर पतला कर लें और फिर पौधों को दें.
उबले हुए आलू का पानी भी स्टार्च और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह भी चावल और पास्ता के पानी जैसा ही काम करता है. इसमें भी नमक न डालें और ठंडा होने के बाद ही इस्तेमाल करें.
अंडे उबालने के बाद बचा हुआ पानी पौधों के लिए एक आसान और असरदार जैविक खाद है. इसमें कैल्शियम होता है जो मिट्टी को मजबूत बनाता है और पौधों की जड़ों को ताकत देता है.
आप उबले अंडों के छिलकों को सुखाकर पीस लें और इन्हें मिट्टी में मिला दें या पौधों के चारों ओर छिड़क दें – यह घोंघे और कीड़े भी दूर रखता है.
सब्जियां उबालने या स्टीम करने के बाद जो पानी बचता है, उसे फेंकने की ज़रूरत नहीं है. उसमें भरपूर पोषक तत्व होते हैं. बस यह ध्यान रखें कि अगर आपने पत्तागोभी, फूलगोभी या ब्रोकली उबाली है, तो उनका पानी घर के बाहर के पौधों को ही दें, क्योंकि उसमें से तेज़ गंध आ सकती है.
अब आपको अलग से कोई महंगी खाद खरीदने की ज़रूरत नहीं. चावल, आलू, अंडे और सब्जियों से बचे पानी को फिर से इस्तेमाल करें और अपने बगीचे को पोषित करें – वो भी बिना ज़हर और बिना खर्च.