इस साल खरीफ सीजन में देशभर के किसान खाद की समस्या से जूझते रहे हैं. खरीफ सीजन वाली समस्या जस की तस बनी ही रही कि रबी सीजन वाली फसलें उगाने का समय आ गया है, लेकिन खाद की समस्या अभी तक कम नहीं हुई. उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में रबी की बुवाई का समय नजदीक आते ही खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं. कबरई ब्लॉक के बबेड़ी गांव के किसानों ने बीते सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर DM से खाद उपलब्ध कराने की गुहार लगाई. किसानों का कहना है कि इस बार खाद वितरण व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है, जिससे उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
किसानों के सामने एक समस्या नहीं बल्कि दो-दो मुसीबतें खड़ी हो गई हैं. बबेड़ी गांव के किसानों ने बताया कि अब तक उन्हें सुरहा गांव की सोसायटी से खाद मिलती थी. यह सोसायटी उनके गांव से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और पिछले कई सालों से किसान यहीं से आसानी से खाद लेते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें खाद देने की जगह बदल गई है. किसानों ने आगे बताया कि उनके गांव को ग्योडी गांव की सोसायटी से जोड़ दिया गया है, जो लगभग छह किलोमीटर दूर है. ग्योडी बड़ी ग्राम पंचायत है और वहां की सोसायटी से पहले से ही कई गांव जुड़े हुए हैं. इस वजह से बबेड़ी गांव के किसानों के लिए खाद मिलना और भी मुश्किल हो गया है.
खाद की समस्या का सामना कर रहे किसानों का दर्द बड़ा हो गया है. किसानों का कहना है कि ग्योडी की सोसायटी पर पहले से ही कई गांवों के किसान जुड़े हैं. वहां खाद लेने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगती हैं, ऐसे में उन्हें खाद मिलना तो दूर, घंटों की मशक्कत भी करनी पड़ रही है. लंबी दूरी तय कर खाद लेने जाना समय और मेहतन की बर्बादी भी साबित हो रहा है. किसानों का आरोप है कि नई व्यवस्था के कारण उन्हें खाद मिलना लगभग असंभव हो गया है.
इस समस्या से परेशान होकर गांव के जयराम, रामौतार, जितेंद्र, वीरेंद्र, बाबू समेत करीब सैकड़ों की संख्या में किसान डीएम कार्यालय पहुंचे. कार्यालय पहुंच कर किसानों ने जिला कलेक्टर को एक सामूहिक प्रार्थना पत्र सौंपा. किसानों ने कहा कि बुवाई का सीजन शुरू होने वाला है और खाद न मिलने से उनकी फसलें संकट में पड़ सकती हैं. उन्होंने डीएम से मांग की कि उनकी सोसायटी को फिर से सुरहा गांव से जोड़ा जाए, और खाद की समस्या से निजात दिलाया जाय.
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