
बिहार में उर्वरकों (खाद) की कालाबाजारी, जमाखोरी और अवैध भंडारण को लेकर कृषि विभाग काफी सक्रिय दिख रहा है. विभाग आए दिन राज्य के विभिन्न जिलों के प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में अवैध उर्वरक भंडारण की सूचना पर लगातार छापेमारी कर रहा है. इसी क्रम में पूर्वी चंपारण जिले में अवैध उर्वरक भंडारण की सूचना पर संयुक्त छापेमारी की गई, जिसमें बड़ी संख्या में यूरिया के बोरे जब्त किए गए. वहीं दूसरी ओर विपक्ष राज्य में उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी और अवैध भंडारण को लेकर सरकार को घेरने में लगा हुआ है. हालांकि, विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि राज्य में उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी एवं अवैध भंडारण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कृषि विभाग के मंत्री सहित प्रधान सचिव का कहना है कि राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. हाल के समय में 2.37 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 1.23 लाख मीट्रिक टन डीएपी, 2.10 लाख मीट्रिक टन एनपीके, 0.40 लाख मीट्रिक टन एमओपी तथा 1.11 लाख मीट्रिक टन एसएसपी का राज्य में पर्याप्त भंडार उपलब्ध है.
प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बताया कि किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराना कृषि विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उर्वरकों की कालाबाजारी पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कृषि विभाग द्वारा जिला प्रशासन एवं एस.एस.बी. (सशस्त्र सीमा बल) के साथ समन्वय स्थापित कर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.
प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य में उर्वरकों की कालाबाजारी, अवैध भंडारण और जमाखोरी पर अंकुश लगाने को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में पूर्वी चंपारण जिले के बनकटवा प्रखंड अंतर्गत रेगनिया और अगरवा गांव में अवैध उर्वरक भंडारण की सूचना पर संयुक्त छापेमारी की गई. छापेमारी अभियान के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों और निजी आवासों से बड़े पैमाने पर उर्वरकों की अवैध जमाखोरी का खुलासा हुआ, जिसमें करीब 1800 बैग यूरिया जब्त किया गया.
उन्होंने बताया कि रेगनिया स्थित मेसर्स आकाश फर्टिलाइजर्स के गोदाम से 81 बैग यूरिया तथा मेसर्स जावेद खाद भंडार के गोदाम से 370 बैग यूरिया जब्त किए गए. इसके अतिरिक्त पुरुषोत्तम यादव के आवास से 650 बैग, अरविंद के आवास से 80 बोरा एवं मदन के आवास से 25 बोरा यूरिया बरामद किया गया. वहीं मे० भवानी खाद भंडार के गोदाम से 600 बोरा यूरिया के साथ 100 बोरा एसएसपी और 50 बोरा एमओपी भी जब्त किया गया.
प्रधान सचिव ने कहा कि अवैध रूप से संग्रहित उर्वरकों की जब्ती के साथ-साथ संबंधित व्यक्तियों एवं प्रतिष्ठानों के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 एवं अन्य प्रासंगिक अधिनियमों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है. दोषियों के लाइसेंस निरस्तीकरण, प्राथमिकी दर्ज करने तथा अन्य दंडात्मक प्रावधानों पर भी सख्ती से अमल किया जाएगा.
हाल के समय में रबी मौसम 2025-26 के दौरान करीब 87 उर्वरक प्रतिष्ठानों का उर्वरक प्राधिकार पत्र रद्द किया गया है. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे केवल अधिकृत एवं लाइसेंसधारी उर्वरक विक्रेताओं से ही उर्वरक की खरीद करें. किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना तुरंत कृषि विभाग को दें.