खसरा-खतौनी के लिए आवेदन कैसे करें, इसे ऑनलाइन कैसे पा सकते हैं? पढ़ें 8 सवालों के जवाब

खसरा-खतौनी के लिए आवेदन कैसे करें, इसे ऑनलाइन कैसे पा सकते हैं? पढ़ें 8 सवालों के जवाब

'खसरा' संख्या या 'खतौनी' संख्या, एक फ़ारसी शब्द है. खतौनी नंबर उस जमीन के मालिक को जारी किया जाता है जिस जमीन पर खेती की जाती है. इसके अलावा खतौनी एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है क्योंकि यह भूमि के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है.

क्या है खसरा-खतौनी?क्या है खसरा-खतौनी?
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Dec 12, 2023,
  • Updated Dec 12, 2023, 5:27 PM IST

खतौनी नंबर अक्सर जमीन के मालिकों को सौंपा जाता है. खतौनी नंबर का इस्तेमाल ज़्यादातर ग्रामीण इलाकों में जमीन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए में मदद मिलती है. ऐसे में अगर आप ग्रामीण इलाकों में जमीन खरीदने या बेचने की योजना बना रहा है, तो खसरा खतौनी नंबर के बारे में जानना जरूरी है. खसरा नंबर एक प्लॉट नंबर या सर्वे नंबर होता है जो ग्रामीण इलाकों में जमीन के एक टुकड़े को आवंटित किया जाता है. यह प्लॉट नंबर या सर्वे नंबर के समान है जो हमें सभी ग्रामीण क्षेत्रों में मिलता है. इस नंबर से आप सरकारी दस्तावेजों में अपनी जमीन की पहचान कर सकते हैं और इसके होने से आपको सभी सरकारी करों का भुगतान करना आसान हो जाएगा. 

ऑनलाइन ज़मीनों का रिकॉर्ड खोजते समय, आपको "खसरा नंबर" या "खतौनी नंबर" शब्द मिला होगा, जो प्रत्येक जमीन के टुकरे को दिया जाता है. लेकिन, ऐसे नंबरों की उपयोगिता क्या है और यह भूमि मालिकों को उनकी भूमि की पहचान करने में कैसे मदद करती है और इससे जुड़े सवालों के बारे में आज बात करेंगे.

क्या है खसरा नंबर?

'खसरा' संख्या या 'खतौनी' संख्या, एक फ़ारसी शब्द है. खतौनी नंबर उस जमीन के मालिक को जारी किया जाता है जिस जमीन पर खेती की जाती है. इसके अलावा खतौनी एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है क्योंकि यह भूमि के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है. खतौनी नंबर खासतौर पर खेती करने वाले लोगों को दिया जाता है. खतौनी नंबर से संबंधित विवरण तहसीलदार के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है. साथ ही ऑनलाइन खतौनी की जानकारी संबंधित राज्य की भूलेख वेबसाइट से भी प्राप्त की जा सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं खसरा-खतौनी से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब.

ये भी पढ़ें: अब फसल बीमा की शिकायत दूर करना हुआ और भी आसान, तुरंत नोट करें ये टोल फ्री नंबर

खतौनी क्या है?

खतौनी नंबर किसी गांव की भूमि के लिए निर्धारित की जाने वाली एक विशिष्ट आईडी है. संपत्ति का खतौनी नंबर जानना उसके मालिक के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकारी अधिकारियों द्वारा बताई गई अधिकांश जानकारी में खसरा नंबर का उल्लेख होता है. साथ ही, जमीन के लिए खसरा नंबर तय होने से किसी भी कानूनी परेशानी से बचने में मदद मिल सकती है. साथ ही, प्लॉट या जमीन खरीदते समय खसरा नंबर से जुड़ी जानकारी खरीदारों को धोखाधड़ी से बचाने में मदद कर सकती है.

खसरा खतौनी के लिए आवेदन कैसे करें?

खसरा खतौनी नंबर के लिए आवेदन करने के लिए आप तहसील कार्यालय में जा सकते हैं या विभिन्न राज्यों की भूलेख या भूलेख खसरा खतौनी वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

खसरा खतौनी के लिए करें ऑनलाइन आवेदन

  • वेबसाइट खुलते ही सामने स्क्रीन पर एक कैटेगरी मेन्यू दिखाई देगा, जिसमें होम, पब्लिक यूजर, फ्री सर्विसेज, ग्रीवेंस, एफएक्यू और हेल्प के अलावा कुछ अन्य विकल्प दिखाई देंगे.
  • खसरा/खतौनी देखने के लिए आपको कैटेगरी मेनू के तीसरे विकल्प यानी 'फ्री सर्विसेज' पर क्लिक करना होगा. क्लिक करते ही आप एक नए पेज 'फ्री सर्विस कंट्रोल पैनल' पर पहुंच जाएंगे.
  • ऊपर दी गई जानकारी भरने के बाद अब आपको नीचे दी गई जानकारी भरनी है. नीचे की लाइन में दो विकल्प दिखाई देंगे, जिनमें से एक पर 'भूमि स्वामी' और दूसरे पर 'खसरा नंबर' लिखा होगा. अगर आप 'जमीन मालिक' पर क्लिक करेंगे तो क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया बॉक्स आएगा, जिसमें आपसे जमीन मालिक का चयन करने के लिए कहा जाएगा. वहीं अगर आप खसरा नंबर पर क्लिक करेंगे तो आपसे खसरा चुनने के लिए कहा जाएगा.
  • इसके बाद आपको नीचे की तरफ एक दूसरे के बगल में दो बॉक्स दिखेंगे. पहले बॉक्स में नंबर लिखे होंगे, जबकि उसके दाहिनी ओर वाला बॉक्स खाली होगा. इस खाली बॉक्स में आपको साइड में दिख रहे नंबरों को लिखना होगा. यदि आपको संख्याएँ समझ में नहीं आती हैं, तो आप दोनों बक्सों के बीच हरे निशान पर क्लिक करके इन संख्याओं को बदल सकते हैं.
  • सारी जानकारी भरने के बाद अब आप 'विवरण देखें' पर क्लिक करेंगे. जिसके बाद आपको दी गई जानकारी के आधार पर आपके लिए जरूरी पूरा खसरा विवरण मिल जाएगा. आप इस जानकारी का प्रिंट आउट भी ले सकते हैं.

खतौनी और खसरा में क्या अंतर है?

अक्सर लोग खसरा नंबर और खतौनी नंबर को एक ही समझ लेते हैं. हालाँकि, ये दोनों अलग हैं. हालाँकि कभी-कभी इनका उपयोग खसरा खतौनी की तरह एक साथ किया जाता है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि खसरा और खतौनी का उपयोग एक दूसरे के स्थान पर नहीं किया जा सकता है. खसरा भूमि के लिए आवंटित संख्या है, जबकि खतौनी कृषि भूमि के मालिकों को आवंटित संख्या है. खसरा और खतौनी के बीच एक और अंतर यह है कि खसरा भूमि के एक टुकड़े का रिकॉर्ड है. हालाँकि, खतौनी में कई संस्थाओं के रिकॉर्ड शामिल हो सकते हैं.

खसरा खतौनी बिहार पर विवरण कैसे प्राप्त करें?

  • आधिकारिक भूमिजानकारी पोर्टल http://biharbhumi.bihar.gov.in/Biharbhumi/ पर जाएं और 'जमाबंदी रजिस्टर' पर क्लिक करें.
  • जिले और गाँव के नाम जैसी आवश्यक जानकारी को भरें.
  • ‘सर्च’ पर क्लिक करें. रिजल्ट/परिणाम आपकी स्क्रीन पर डिस्पले होगा.

खतौनी का कागज कैसे प्राप्त करें?

खतौनी का कागज प्राप्त करने के लिए खसरा खतौनी वेबसाइट पर जाएं. खतौनी अभिलेख का कागज प्राप्त करने के लिए सेटलमेंट खतौनी का चयन करें और हाँ पर क्लिक करें. आवश्यक विवरण दर्ज करें और आपको खतौनी प्रमाण पत्र की एक कॉपी मिल जाएगी.

MORE NEWS

Read more!