Moringa Farming: मॉनसून में उगाएं सहजन, कमाएं ज्‍यादा मुनाफा और बढ़ाए मिट्टी की सेहत 

Moringa Farming: मॉनसून में उगाएं सहजन, कमाएं ज्‍यादा मुनाफा और बढ़ाए मिट्टी की सेहत 

Moringa Farming: सहजन को लगाने का सबसे सही समय गर्मी के मौसम की शुरुआत से लेकर मॉनसून के आगाज तक का माना गया है यानी आप मार्च से जुलाई तक इसकी खेती कर सकते हैं. इस दौरान मिट्टी में नमी बनी रहती है, जिससे बीज या इसकी कलम (कटिंग) जल्दी अंकुरित होती है. ऐसे में पौधा भी तेजी से बढ़ता है. 

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क‍िसान तक
  • New Delhi,
  • Jun 26, 2025,
  • Updated Jun 26, 2025, 6:35 AM IST

सहजन या मोरिंग या ड्रमस्टिक एक फायदेमंद फसल है और इसके कई औषधीय गुण हैं. इसकी खेती किसानों को कम लागत में अच्छा फायदा दे सकती है. जुलाई का महीना सहजन की खेती के लिए सबसे अच्‍छा समय माना गया है, खासकर भारत के मध्य और दक्षिणी राज्यों में, जहां मॉनसून की शुरुआत हो चुकी होती है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि इसकी खेती इस महीने में कैसे की जाए. अगर किसान सही विधि से इसकी खेती करें तो उन्हें कम लागत में ज्‍यादा मुनाफा मिल सकता है. साथ ही यह पौधा मिट्टी सुधारने और पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार होता है. 

क्‍यों सही माना गया है मॉनसून 

सहजन को लगाने का सबसे सही समय गर्मी के मौसम की शुरुआत से लेकर मॉनसून के आगाज तक का माना गया है यानी आप मार्च से जुलाई तक इसकी खेती कर सकते हैं. इस दौरान मिट्टी में नमी बनी रहती है, जिससे बीज या इसकी कलम (कटिंग) जल्दी अंकुरित होती है. ऐसे में पौधा भी तेजी से बढ़ता है. 

कैसे करें सिंचाई 

सहजन की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु सही होती है. जुलाई में अच्छी बारिश होती है जो सहजन की अच्छी वृद्धि में मददगार होती है. इसकी खेती दोमट, बलुई दोमट या हल्की काली मिट्टी में आसानी से की जा सकती है. pH मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. भूमि जल निकासी युक्त होनी चाहिए नहीं तो जलभराव से पौधा सड़ सकता है. खेत की गहरी जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी और हवादार हो जाए. इसके बाद 1-2 बार हल्की जुताई करके मिट्टी को समतल कर लें. प्रति एकड़ में 8-10 टन गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें. 

बीज को पानी में भिगो लें 

जुलाई में सहजन की खेती बीज या कलम कटिंग दोनों से की जा सकती है. लेकिन इस मौसम में अगर बीज बोए जाएं तो ज्‍यादा बेहतर रहेगा. बीज को बोने से पहले 12 घंटे पानी में भिगोकर रखें. फिर 1-1.5 फीट गहरे गड्ढे बनाएं, जिनकी दूरी 6x6 फीट रखें। हर गड्ढे में 2-3 बीज डालें और हल्की मिट्टी से ढक दें. 

खेती में है कितना फायदा 

जुलाई में आमतौर पर बारिश होती है तो शुरुआती सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन अगर बारिश कम हो तो हल्की सिंचाई करें. खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें. कीट नियंत्रण के लिए जैविक या स्थानीय कीटनाशकों का प्रयोग करें. सहजन के पौधे करीब  6-8 महीनों में फल देने लगते हैं. पहले वर्ष में एक पौधे से 30-40 फली तक मिल सकती हैं. फसल को बाजार में औषधीय, सब्जी और प्रोसेसिंग इंडस्‍ट्री में अच्‍छी कीमत मिलती है. 

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