यूं तो नमक पौधों के लिए खतरनाक है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे खास नमक के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके गार्डन को हराभरा रख सकता है. मैग्नीशियम सल्फेट जिसे आमतौर पर इप्सम सॉल्ट के तौर पर भी जाना जाता है, पौधों के लिए काफी फायदेमंद करार दिया गया है. जब मिट्टी में मैग्नीशियम या सल्फर की कमी हो तो इसका प्रयोग जादू सा होता है. बागवानी के विशेषज्ञों की मानें तो मैग्नीशियम एक ऐसा पोषक तत्व है जो मिट्टी की संरचना को बेहतर बनाता है. आज हम आपको बताते हैं कि इसका प्रयोग किस तरह से करें कि यह आपके पौधों की वृद्धि में ज्यादा से ज्यादा सहायक हो सके.
साथ ही यह फसलों में नाइट्रोजन और फॉस्फोरस ग्रहण करने की ताकत को बढ़ाता है. विशेषज्ञ इसे उन फसलों के लिए बेहतर करार देते हैं जिन्हें बढ़ने के लिए मैग्नीशियम युक्त मिट्टी की जरूरत होती है. मैग्नीशियम सल्फेट का प्रयोग पॉट मिक्स के तौर पर भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. मैग्नीशियम पौधों में क्लोरोफिल के फॉर्मेशन के लिए जरूरी होता है. इसकी मदद से पौधे सूरज की रोशनी से भोजन बना पाते हैं. साथ ही इसके प्रयोग से पत्तियां हरी, स्वस्थ और चमकदार रहती हैं. वहीं सल्फर पौधों के लिए अमीनो एसिड और प्रोटीन के निर्माण में जरूरी होता है. फल और सब्जियों के पौधों में यह खुशबू और स्वाद को भी बेहतर बनाने के काम आता है.
अगर आपको पौधों की पत्तियां पीली नजर आएं तो यह मैग्नीशियम की कमी की तरफ इशारा करता है. इप्सम सल्फेट का छिड़काव या प्रयोग मिट्टी में इस समस्या को दूर करके, पौधों को हरा-भरा रखता है. टमाटर, मिर्च, गुलाब जैसे पौधों पर इसका प्रयोग काफी कारगर रहता है. इसके प्रयोग से फूल और फल की संख्या तो बढ़ती ही है, साथ ही साथ उनकी क्वालिटी भी बेहतर होती है.
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