गुलाब दिखने में जितने खूबसूरत और मनमोहक लगते हैं, इसकी खेती उतनी ही मुश्किल होती है. गुलाब को आप गमले में भी उगा सकते हैं और अपने बगीचे में भी. लेकिन ज्यादातर लोगों की शिकायत होती है कि उनके पौधे में समय पर फूल नहीं खिलते. अगर खिल भी गए तो बड़े नहीं हो पाते हैं. ऐसे में अगर आपके पौधे में भी फूल नहीं आ रहा है तो आप इन पांच लिक्विड खाद का इस्तेमाल करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. आइए जान लेते हैं कौन सी हैं वो खाद और क्या हैं इसके फायदे.
केले के छिलकों की खाद: अगर आपके गुलाब के पौधों में छोटे फूल आ रहे हैं या पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो केले के छिलकों से तैयार लिक्विड खाद वरदान साबित हो सकता है. बस छिलकों को दो दिन पानी में भिगोकर रख दें और फिर उस पानी को गमले में डालें. इससे पौधे को पोटेशियम मिलेगा और गुलाब फूलों से खिल उठेंगे.
फिटकरी का पानी: गुलाब के पौधों में नई कलियां लाने के लिए फिटकरी का पानी सबसे आसान और सस्ता उपाय है. इसके लिए 10 ग्राम फिटकरी को पानी में घोलें और गमले में डालें. इसे हर 15 दिन में दोहराएं और देखें कि कैसे आपके पौधे पर कलियों की भरमार हो जाएगी.
सफेद सिरका: अगर आप के गुलाब के पौधे में फूल की कमी है तो आप किसी भी खाद में थोड़ी मात्रा में सफेद सिरका मिलाकर इस्तेमाल करें. ध्यान रहे कि सिरका कभी भी सीधे पौधे पर न डालें, वरना नुकसान हो सकता है. ऐसे में पौधों में सिरके वाली लिक्विड खाद डालने से पौधे फूलों से भर जाएंगे.
कॉफी से तैयार खाद: कॉफी सिर्फ पीने के लिए ही नहीं, बल्कि गुलाब के पौधों के लिए भी बेहतरीन है. कॉफी बींस को पानी में भिगोकर रखें और फिर उस पानी को पौधे की जड़ों में डालें. इससे गुलाब की पैदावार बढ़ेगी और फूलों की संख्या भी अधिक होगी. है ना सस्ता और कारगर खाद.
चायपत्ती से बना खाद: अगर आपके गुलाब में अच्छे फूल नहीं आते हैं तो इस्तेमाल की हुई चायपत्ती में से अदरक वगैरा निकालकर इन्हें धो लीजिए. फिर दो तीन दिन तक अच्छे से धूप में सुखाने के बाद हर बीस पच्चीस दिनों पर दो चम्मच डाला करें. इसमें नाइट्रोजन की मात्रा ज्यादा होती है और यह मिट्टी की पीएच को एसिडिक बनाती है जिसके कारण आपके पौधे में भी अच्छे गुलाब आने लगेंगे.