आज के समय में हर कोई होम गार्डनिंग में दिलचस्पी रखता है. अधिकांश लोग घर में उगाई गई फल और सब्जियां खाना पसंद करते हैं. कुछ लोग हैं जो गार्डनिंग करते तो हैं लेकिन उससे मनमुताबिक पैदावार नहीं ले पाते हैं. इस खबर में पपीते के पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं. बहुत से लोग बताते हैं कि पपीते का पौधा या तो तैयार नहीं हो पाता और अगर तैयार हो भी गया तो इसमें मनमुताबिक फल नहीं आते हैं. आपकी भी यही शिकायत है तो चिंता छोड़िए और समाधान जान लीजिए.
किसी भी पौधे को तैयार होने के लिए उसे सही समय पर जरूरी पोषण देना जरूरी होता है. अधिकांश लोग बताते हैं कि पौधों को खूब खाद और पानी देने से वे तेजी से बढ़ते हैं. हालांकि ये बात पूरी तरह से सही नहीं है, पौधे को सही समय पर सही मात्रा में पोषण देना जरूरी होता है. आइए जान लेते हैं कि पपीते के पौधे को रोपने का सही तरीका क्या है?
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पपीते के पौधे में फल ना आने के कई कारण होते हैं. लेकिन सबसे मुख्य कारण है हवा, पानी, खाद और प्रकाश की कमी या अधिकता. आपको बता दें कि पौधे में पानी देते समय कभी भी जलभराव ना करें इससे मिट्टी को काफी नुकसान होता है. अधिक पानी से फफूंद या कीड़ों का खतरा रहता है जिससे पौधा सूख सकता है. इसके अलावा अधिक खाद देने से भी पौधों को झुलसने का खतरा रहता है. आपको बता देते हैं कि पौधों में 30-45 दिनों के अंतराल में एक-दो मुट्ठी खाद डाल सकते हैं. इसके अलावा कुछ लोग गमले को छांव में रख देते हैं जिसके कारण पौधों को सही पोषण नहीं मिल पाता है. इसलिए धूप जरूरी है.