इस मौसम में किन फसलों की करें बुवाई और कटाई, अलग-अलग राज्यों की देखें लिस्ट

इस मौसम में किन फसलों की करें बुवाई और कटाई, अलग-अलग राज्यों की देखें लिस्ट

हरियाणा में पके हुए चावल और गन्ने की कटाई और कपास की तुड़ाई करें. गेहूं, मटर और जौ की बुवाई करें. राजस्थान में कपास की तुड़ाई करें. चना, सरसों, गेहूं, चना और जौ की बुवाई और लहसुन की रोपाई करें. यूपी में पके धान, ज्वार और मूंगफली की कटाई करें. सरसों, गेहूं, काबुली चना और मटर की बुवाई करें. टमाटर, प्याज, मिर्च, फूलगोभी और पत्तागोभी की नर्सरी बुवाई/रोपाई करें. आलू और शरदकालीन गन्ने की रोपाई करें.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • Nov 20, 2024,
  • Updated Nov 20, 2024, 7:34 PM IST

मौजूदा मौसम में न गर्मी है और न ठंड. हालांकि जितनी सर्दी होनी चाहिए, उतनी नहीं है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी भी नहीं हो रही है. दक्षिणी हिस्से को छोड़ दें तो बाकी इलाकों में बारिश नहीं हो रही है. इससे रबी फसलों की बुवाई पर प्रभाव पड़ रहा है. यहां तक कि जो फसलें बोई गई हैं, उनके लिए भी ठंड का नहीं होना अच्छी बात नहीं है. ऐसे में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें बताया गया है कि किसान किन फसलों की बुवाई करें या कटाई करें. यह एडवाइजरी राज्यों के मुताबिक जारी की गई है.

  • जम्मू और कश्मीर में प्याज की नर्सरी बुवाई/रोपाई करें. गेहूं, सरसों, भूरी सरसों, जई, मटर और मसूर की बुवाई और लहसुन की रोपाई करें.
  • हिमाचल प्रदेश में प्याज की नर्सरी बुवाई/रोपण करें. गेहूं, जौ, शलजम और मूली की बुवाई और फूलगोभी, पत्तागोभी, नोल खोल, ब्रोकली और चीनी गोभी की रोपाई करें.
  • उत्तराखंड में लाल चने और मूंगफली की कटाई करें. रेपसीड, सरसों और गेहूं की बुवाई और आलू की रोपाई करें.
  • पंजाब में पके हुए उड़द और गन्ने की कटाई और कपास की तुड़ाई करें. गेहूं, सरसों, रेपसीड, चना, मसूर की बुवाई और आलू की रोपाई करें.

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  • हरियाणा में पके हुए चावल और गन्ने की कटाई और कपास की तुड़ाई करें. गेहूं, मटर और जौ की बुवाई करें.
  • राजस्थान में कपास की तुड़ाई करें. चना, सरसों, गेहूं, चना और जौ की बुवाई और लहसुन की रोपाई करें.
  • यूपी में पके धान, ज्वार और मूंगफली की कटाई करें. सरसों, गेहूं, काबुली चना और मटर की बुवाई करें. टमाटर, प्याज, मिर्च, फूलगोभी और पत्तागोभी की नर्सरी बुवाई/रोपाई करें. आलू और शरदकालीन गन्ने की रोपाई करें.
  • बिहार में पके धान और खरीफ मक्का की कटाई, रबी मक्का की बुवाई और आलू की रोपाई करें.
  • ओडिशा में पके धान और मक्का की कटाई और कपास की तुड़ाई, सरसों, हरा चना, काला चना, मूंगफली, तोरिया, बंगाल चना, सूरजमुखी, लोबिया, मटर और मसूर की बुवाई करें.
  • पश्चिम बंगाल में पके अमन चावल की कटाई, मक्का और सरसों की बुवाई, आलू की रोपाई और मिर्च, टमाटर और बैंगन की रोपाई करें.
  • अरुणाचल प्रदेश में पके धान की कटाई, सरसों और मटर की बुवाई, गोभी, फूलगोभी और ब्रोकोली की रोपाई और आलू की रोपाई करें.
  • असम में पके साली धान, हरे चने और काले चने की कटाई, रबी मक्का, रेपसीड, सरसों, बकव्हीट, मसूर और मटर की बुवाई, गोभी, फूलगोभी, नोल खोल, बैंगन और टमाटर की रोपाई और आलू की रोपाई करें.
  • मेघालय में रागी, फॉक्सटेल बाजरा, लोबिया, अदरक और हल्दी की कटाई, गोभी, फूलगोभी और बैंगन की रोपाई करें.
  • मिजोरम में पके हुए निचले धान की कटाई, अगेती गोभी, फूलगोभी और ब्रोकोली की नर्सरी बुवाई/रोपाई और आलू की रोपाई करें.
  • गुजरात में पके सोयाबीन, मूंगफली और चावल की कटाई और कपास के बीज चुनना, गेहूं, चना, सरसों, सौंफ, धनिया की बुवाई और गन्ना और लहसुन की रोपाई करें.

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  • मध्य प्रदेश में प्याज की नर्सरी बुवाई, मध्य प्रदेश में सरसों, गेहूं, चना और मटर की बुवाई करें.
  • छत्तीसगढ़ में मक्का, चावल, मूंगफली, रागी और गन्ने की कटाई, गेहूं, सरसों, चना, तोरिया, कुल्थी, सूरजमुखी और मटर की बुवाई और आलू की रोपाई करें.
  • आंध्र प्रदेश में चावल और मक्का की कटाई, रबी मूंगफली, मक्का और ज्वार की बुवाई और चावल की रोपाई करें.
  • तेलंगाना में बंगाल चना, कुसुम, सरसों, मूंगफली और लोबिया की बुवाई करें.
  • कर्नाटक में पके हुए चावल, रागी, मूंगफली, मक्का, सुपारी, हल्दी और अदरक की कटाई, कपास की कटाई और रागी, कुल्थी, नाइजर, फील्ड बीन, सूरजमुखी, लोबिया, ज्वार, चना और कुसुम की बुवाई करें.
  • महाराष्ट्र में धान और रागी की कटाई, कपास की कटाई, सिंचित ज्वार, कुसुम, चना, मक्का और गेहूं की बुवाई और गन्ने की बुवाई करें.


 

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