गोजी बेरीज जिसे आमतौर पर वुल्फ बेरी के रूप में जाना जाता है. गोजी बेरीज एक छोटा सा फल है. ये लाल और नारंगी रंग का एक प्रसिद्ध सुपरफूड है. जिसका उपयोग कई एशियाई व्यंजनों में किया जाता है. इसका स्वाद खट्टा-मिट्ठा और काफी स्वादिष्ट होता है. इसकी खेती ठंडे जगहों पर होती है. इसलिए यह हिमालय क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पाया जाता है. हालांकि, यह भारत के लद्दाख में भी पाया जाता है. इस फल को कच्चा खाया जाता है. इसके रस को हर्बल चाय के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसे आप आसानी से अपने घर में भी उगा सकते हैं. इसके लिए मिट्टी और थोड़ी अधिक जगह की जरूरत होती है. वहीं गोजी बेरीज के पौधे और बीज दोनों तरीके से उगाया जा सकता है. ऐसे में आइए आज जानते हैं इसे घर में कैसे उगा सकते हैं और इसके फायदे होते हैं-
घर में गोजी बेरीज उगाने के लिए सबसे पहले जगह का चयन करें. इसको अच्छे प्रकाश की जरूरत होता है. अगर आप कई पौधे लगा रहे हैं तो पौधों को बढ़ने के लिए इसे थोड़ा खाली जगह की आवश्यकता होती है.
गोजी बेरीज को उगाने के लिए पौधे को ऐसी मिट्टी में लगाएं जहां से पानी आसानी से निकल सके. इसके मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 8 होना चाहिए. पौधे को रोपने से पहले मिट्टी में खाद मिला दें.
गोजी बेरी का पौधा सिधा रहे उसके लिए जाली लगा दें या पैधे के बगल में छोटे लकड़ी के खूंटे का इस्तेमाल करें जिससे पौधा बिल्कुल सीधी हो सके. सीधा न होने से पौधा फैल जाता है जिससे फलों को नुकसान होता है.
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आमतौर पर, गोजी बेरीज जुलाई से अक्टूबर तक पक कर तैयार हो जाता है. फल को तोड़ने के लिए पौधे के डंठल को तोड़ दिया जाता है, क्योंकि ऐसे करने से फल को तोड़ने में आसानी होती है. फल को आराम से तोड़ा जाता है. नहीं तो फल खराब होने को खतरा रहता है.
गोजी बेरीज काफी फायदेमंद फल होता है. इसलिए इसको सुपरफूड भी कहते हैं. इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है. गोजी बेरीज का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी दूर होती हैं. इसमें विटामिन, फाइबर, आयरन, कॉपर, अमीनो एसिड और प्रोटीन पाया जाता है. इस खास फल का संतरी लाल रंग बीटा कैरोटीन की वजह से होता है. जो आंखों, हड्डियों और त्वचा के लिए लाभकारी होता है. इसमें बीटा कैरोटीन की मात्रा अन्य फलों से अधिक होता है.