चिलचिलाती गर्मी के बाद अब बारिश का मौसम आ गया है. वहीं, जुलाई का महीना आते ही किसान खरीफ फसलों की तैयारियों में जुट गए हैं. चूंकि यह मौसम बरसात का होता है. इसलिए इस मौसम में सब्जियों की खेती करना अच्छा माना जाता है क्योंकि इसकी मांग भी अधिक रहती है. साथ ही ज्यादातर किसान जुलाई में करेला, लौकी, तुरई, भिंडी, टमाटर, चौलाई और मूली की खेती करते हैं. क्योंकि बारिश के मौसम में ये सब्जियां किसानों के लिए हमेशा मुनाफे वाली होती हैं. ये सब्जियां कम समय में उत्पादन देती हैं, तो आइए आज इस खबर में हम तीन ऐसी सब्जियों की खेती के बारे में बताएंगे जिनकी खेती में कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है.
भारत में करेले का सेवन सब्जी और औषधि के रूप में किया जाता है. इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी कई लोग करेला खाना पसंद करते हैं. बरसात के मौसम में अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में इसकी खेती करना लाभदायक होता है. एक एकड़ जमीन पर करेले की खेती के लिए 500 ग्राम बीज पर्याप्त होते हैं, लेकिन नर्सरी तैयार करके पौध लगाने पर कम बीज की जरूरत होती है. वहीं, इस महीने में करेले की खेती करने के लिए उसकी प्रमुख किस्मों में पूसा विशेष, पूसा हाइब्रिड 1, पूसा हाइब्रिड 2, अर्का हरित, पंजाब करेला 1 शामिल है. इसकी खेती करके आप अधिक कमाई कर सकते हैं. साथ ही आप इसे घर के आंगन या बालकनी में भी लगा सकते हैं.
चौलाई की खेती साल में दो बार की जाती है. इसकी खेती बरसात या गर्मियों के मौसम में करनी चाहिए. इसकी पत्तियों का इस्तेमाल खाने के लिए होता है क्योंकि इसकी पत्तियों में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं. इसे खाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है. साथ ही इसे उगाना काफी आसान होता है. इसलिए इसको खेत के अलावा, किचन गार्डन और टेरेस गार्डन में भी उगाया जा सकता है. इस साग के बीज को लगाने के 25-30 दिन बाद पहली कटाई और 90 दिन में 5-6 कटाई होती है. इसके गुणों के कारण बाजार में इसकी मांग अच्छी रहती है और दाम भी अच्छे मिलते हैं.
पिछले दिनों बढ़ती गर्मी के कारण टमाटर की फसलें बड़े पैमाने पर खराब हुई हैं, जिसके कारण बाजार में टमाटर की कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. बाजार में टमाटर की बढ़ती कीमतों के बीच पॉलीहाउस में टमाटर की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है. इसके लिए टमाटर की देसी किस्मों में पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, पूसा शीतल, अर्का सौरभ, सोनाली और संकर किस्मों में रश्मि और अविनाश-2 शामिल हैं. पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाइब्रिड-4 आदि अच्छी उपज देने वाली किस्में हैं.
जुलाई के महीने में किसानों को सब्जियों की खेती करने के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. जैसे सब्जियों की खेती पंक्तियों में और दूरी बनाकर करना चाहिए. वहीं, पौधों की ग्रोथ के लिए सही मात्रा में खाद और आवश्यक पोषक तत्वों का छिड़काव करना चाहिए. इसके साथ ही सबसे जरूरी है कि जुलाई में उगाई जाने वाली सब्जियों में पानी का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, ताकि बारिश का पानी खेतों में ना भर जाए. इन सभी बुनियादी बातों को ध्यान में रखकर यदि आप जुलाई के महीने में सब्जियां उगाते हैं, तो निश्चित रूप से अच्छी पैदावार होगी और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.