
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका तट के पास एक निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है, जिससे दक्षिण भारत में भारी बारिश का नया दौर शुरू होने जा रहा है. 15 से 19 नवंबर के बीच तमिलनाडु, केरल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में बारिश और गरज-चमक का सिलसिला जारी रहेगा. वहीं, उत्तर भारत में ठंड की स्थिति भी तेजी से बढ़ रही है और मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, झारखंड व राजस्थान में 17 नवंबर तक शीतलहर का असर जारी रहने का अनुमान है.
पिछले 24 घंटों में तमिलनाडु और केरल के कई इलाकों में 7 से 11 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है. वहीं, राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है. ओडिशा के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा और दृश्यता 100 मीटर तक रह गई. इस समय देश में बारिश-ठंड, दोनों तरह के प्रभाव दिख रहे हैं और किसानों के लिए सतर्क रहने का समय है.
15 से 19 नवंबर: तमिलनाडु और केरल में कई स्थानों पर बारिश के साथ भारी बारिश हो सकती है.
17 नवंबर: दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में बहुत भारी बारिश का अलर्ट.
उत्तर, मध्य और पूर्व भारत: 17 नवंबर तक ठंड बढ़ेगी और कई राज्यों में शीतलहर बने रहने की संभावना.
पूर्वोत्तर भारत: अगले तीन दिन हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना.
बारिश और ठंड दोनों ही स्थितियां खेती और पशुओं पर बड़ा असर डालती हैं. ऐसे में IMD के डिवीजन एग्रोमेट ने एडवाइजरी जारी कर किसानों को फसलों और पशुओं की देखरेख और बचाव की सलाह जारी की है.
यूपी, एमपी, राजस्थान, झारखंड, महाराष्ट्र में शीतलहर की चेतावनी है. ऐसे में यहा के किसानों को निम्न सलाह दी गई हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक, मौसम तेजी से बदल रहा है और इसका सीधा असर फसलों पर पड़ता है. ऐसे में किसानों को मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करते हुए अपनी फसलों और पशुधन की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी गई है.