वर्तमान समय में खेती और बागवानी क्षेत्र में आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है. ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि किसान भाई भी समय के साथ आगे बढ़कर आधुनिकता कृषि पद्धति को अपना लें. वहीं आधुनिक कृषि यंत्रों की मदद से किसानों के लिए अब खेती करना भी आसान हो गया है, क्योंकि पहले जो किसान हाथों से किसी चीज की रोपाई करते थे, अब वो सीड ड्रील कृषि यंत्र की मदद से आसानी से कर सकते हैं. कृषि क्षेत्र में सीड ड्रिल एक महत्वपूर्ण कृषि यंत्र है. जिसका काम एक बेहतर गहराई और दूरी पर बीज बोना है. सीड ड्रिल एक ऐसी मशीन है जो एक समान दर और नियंत्रित मात्रा में बीजों को मिट्टी में डालता है. यह मशीन बीजों को डालने के बाद उसे मिट्टी से ढक भी देता है. ऐसे में आइए जानते हैं सीड ड्रिल कैसे काम करता है और क्या हैं इसके फायदे-
सीड ड्रिल कृषि यंत्र, बीज और उर्वरक दोनों को एक समान मात्रा में मिट्टी में डालता है. यह बीज बोने के लिए उचित गहराई करता है जिसमें बीज आसानी से बोई जा सके. सीड ड्रिल का उपयोग सभी प्रकार की चीजों की बुवाई के लिए किया जाता है. वहीं यह बीज के अंकुरण और विकास को बढ़ाने के लिए मिट्टी में अच्छी तरह से ढक देता है. जिससे बीज को कोई नुकसान नहीं होता और वह अच्छा विकास करता है.
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सीड ड्रिल के बहुत सारे फायदे हैं. ये बीज को बोने और ढकने के समय मिट्टी को उलट देता है जिससे खरपतवार होने की संभावना कम हो जाती है. सीड ड्रिल से बीजों को एक समान दर, गहराई और समान तरीके से आसानी से बोया जाता है. इस मशीन से पौधा लगाने से उसके वृद्धि दर में बढ़ोतरी होती है. चूंकि बीज समान तरीके से बोया जाता है इसलिए बीज को कम नुकसान होता है. इसी के साथ-साथ पानी की कम बर्बादी होती है और उर्वरक की भी कम बर्बादी होती है. सीड ड्रिल का उपयोग करने से जमीन की जुताई का खर्चा भी बचता है.
सीड ड्रिल के कुछ नुकसान भी हैं. जैसे- यह खेती की लागत को बढ़ाता है. इसे चलाने के लिए एक विशेषज्ञ या तकनीशियन की सहायता की जरूरत होती है. इसे पथरीली में इस्तेमाल करना संभव नहीं है.