खेती किसानी के लिए मौसम की सटीक जानकारी न हो तो किसान के लिए खेती की डगर काफी कठिन हो जाती है. इसलिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय किसानों को पहले और सटीक जानकारी देने के लिए एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. जिसके तहत किसानों को उनके मोबाइल पर समय-समय पर मौसम का अलर्ट जारी किया जाएगा. इस समय देश में 6.5 करोड़ फार्मर आईडी बन चुकी है, जिनके जरिए मौसम की जानकारी व्यक्तिगत तौर पर किसान के एरिया के हिसाब से उसके मोबाइल पर पहुंचाई जाएगी, ताकि वो मौसम बदलने की संभावना के आधार पर खेती के लिए कोई फैसला कर सकें.
केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने 'किसान तक' को बताया कि फार्मर आईडी की लोकेशन के हिसाब से अब किसानों के पास सूचना जाएगी कि उसके एरिया में अगले हफ्ते भर का मौसम कैसा रहने वाला है. बारिश होगी या सूखा पड़ेगा. फार्मर आईडी के जरिए किसानों को व्यक्तिगत तौर पर जानकारी पहुंचेगी जो ज्यादा इफेक्टिव होगी. फार्मर आईडी में लैंड रिकॉर्ड और आधार कार्ड का ब्योरा दर्ज है, जिससे हर किसान के एरिया का पता चल जाएगा और उसी आधार पर मौसम की जानकारी उसके मोबाइल पर दी जाएगी.
आज यानी बुधवार को आईसीएआर कन्वेंशन सेंटर, एनएएससी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 मई से 12 जून 2025 तक आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के सफल समापन के बारे में बताया. उन्होंने अभियान के बारे में बताया, जो 1.43 लाख से अधिक गांवों तक पहुंच गया और देश भर में 1.34 करोड़ किसानों को सीधे तौर पर जोड़ा.
इसके प्रभाव पर जोर देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कैसे अभियान ने 60,281 जमीनी कार्यक्रमों के माध्यम से ‘लैब से लैंड’ यानी लैब से खेत के अंतर को प्रभावी ढंग से पाटा. इस पहल ने 500 से अधिक शोध योग्य मुद्दों, 70 से अधिक नीतिगत सिफारिशों और 300 से अधिक किसान-नेतृत्व वाले इनोवेशन की पहचान की - जो भविष्य के कृषि सुधारों के लिए एक मजबूत नींव रखते हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान एक अकेला प्रयास नहीं है, बल्कि यह विकसित भारत के लिए एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम की दिशा में एक सतत आंदोलन की शुरुआत है.
इस कार्यक्रम से इतर बात करते हुए कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने फार्मर आईडी के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने फार्मर आईडी के ऐसे-ऐसे उपयोग बताए जिसकी जानकारी किसानों तक भी पहुंचाना जरूरी है. सबसे खास बात किसानों को मोबाइल पर मिलने वाले मौसम अपडेट्स हैं. दरअसल, किसानों को मौसम की सटीक जानकारी अगर समय पर मिल जाए तो उन्हें खेती-बाड़ी में बड़ी मदद मिलेगी. इसे देखते हुए फार्मर आईडी की मदद से अब किसानों को उनके मोबाइल पर ही मौसम की रियलटाइम जानकारी दी जाएगी जिसकी मदद वे अपने खेती के काम में ले सकेंगे. आपको बता दें कि देश में फार्मर आईडी बनाने का काम बहुत तेजी से चल रहा है क्योंकि सरकार कई योजनाओं को इसी आईडी से जोड़ने जा रही है. खासकर किसान सम्मान निधि की किस्त.