भोपाल स्थित आईसीएआर-सीआईएई ने मल्च लेयर कम प्लांटर मशीन तैयार की है. यह वही मशीन है जिसके बारे में दो दिन पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी दी थी. इस मशीन ने किसानों के लिए खेती की कठिनाइयों को काफी हद तक आसान कर दिया है. यह हाईटेक मशीन एक ही बार में कई काम को पूरा करने में सक्षम है, जिससे न केवल मेहनत की बचत होती है, बल्कि समय और लागत दोनों की भी बचत होती है. यह मशीन एक साथ कई काम करती है. जैसे पारंपरिक तरीके से मल्च बिछाना, ड्रिप पाइप लगाना और बीज बोना इसमें खास है.
अगर ये तीनों काम एक साथ हो जाएं तो आप सोच सकते हैं कि किसानों को कितना पैसा, श्रम और लागत बचेगी. एक हेक्टेयर खेत में इन तीनों काम को करने में लगभग 29 मानव दिवस (man-days) की जरूरत होती है. लेकिन इस ट्रैक्टर से चलने वाली मशीन के जरिए इन सभी कामों को एक ही बार में पूरा किया जा सकता है. यह मशीन विशेष रूप से उठे हुए बेड (raised bed) का निर्माण करती है, उस पर ड्रिप सिंचाई के पाइप (drip lateral) और प्लास्टिक मल्च की परत बिछाती है, और साथ ही बीज की बोवाई भी करती है, वह भी सटीक दूरी और गहराई पर.
आइए इस मशीन की खासियत जान लेते हैं-
- ऊंचे क्यारियों का निर्माण, ड्रिप लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना और मल्च के नीचे बीज बोने का काम मैन्युअल रूप से करना कठिन, अधिक समय और श्रम वाला होता है, जिसमें लगभग 29 मानव-दिन/हेक्टेयर की जरूरत होती है. इन सभी कार्यों को एक साथ करने के लिए ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर विकसित किया गया है.
- इस यंत्र में ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली का उपयोग करके हाइड्रोलिक मोटर (385 न्यूटन मीटर) और चेन-स्प्रोकेट ट्रांसमिशन सिस्टम के माध्यम से एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म संचालित किया जाता है, वहीं बीज मापने की इकाई में वैक्यूम ट्रैक्टर के पीटीओ से चलने वाले एस्पिरेटर ब्लोअर के जरिये तैयार किया जाता है.
- एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म ड्राइविंग डिस्क की घूमने वाली गति को कनेक्टिंग रॉड के माध्यम से स्लाइडर क्रैंक में ऊपर की ओर गति में बदल देता है और पंच प्लांटिंग मैकेनिज्म के "D" प्रोफाइल को मिट्टी में खोलता है.
- प्न्यूमैटिक बीज मापने वाली प्लेट और एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म को इस प्रकार लगाया गया है कि मापने वाली प्लेट द्वारा उठाया गया बीज बंद "प्लांटिंग जॉ" में डाला जाता है, जो बीज को पकड़े रखता है और स्लाइडर क्रैंक के माध्यम से प्लास्टिक मल्च में प्रवेश करने के बाद उसे छोड़ता है.
- यंत्र की प्रभावी कार्य क्षमता 0.2 हेक्टेयर/घंटा और कार्य कुशलता 74% है, जो 1.7 किमी/घंटा की गति और 1 मीटर कार्य चौड़ाई पर आधारित है.
- यंत्र की कुल लागत 3,00,000 रुपये और संचालन लागत 1500 रुपये/घंटा है. इसका पेबैक पीरियड 1.9 वर्ष (444 घंटे) और ब्रेक-ईवन पॉइंट 70 घंटे/वर्ष है.
- यंत्र में कतार से कतार की दूरी 0.5 से 0.9 मीटर और पौधे से पौधे की दूरी 0.2 से 0.6 मीटर को यांत्रिक रूप से एडजस्ट करने की सुविधा है.
- यह यंत्र मौजूदा ड्रिप लेटरल-कम-प्लास्टिक मल्च लेयर मशीन की तुलना में 26 मानव-दिन/हेक्टेयर (89%) और 6600 रुपये/हेक्टेयर (43%) की लागत की बचत करता है.
- यह यंत्र प्लास्टिक मल्च में उच्च मूल्य वाली फसलें जैसे खरबूजा, ककड़ी, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, हरी मटर, भिंडी, फलियाँ आदि लगाने के लिए उपयुक्त है.