बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में राज्यस्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेले का आयोजन किया जा रहा. इस मेले में भारी संख्या में किसान खेती वाली मशीनों को देखने आ रहे हैं. वहीं इस मेले में किसानों को अलग-अलग मशीनों के बारे में बताया जा रहा है. मेले में खेती से संबंधित 110 प्रकार के यंत्र लाए गए हैं जिसकी खरीद पर बिहार सरकार किसानों को सब्सिडी भी देगी. ऐसे में किसान इन मशीनों को खरीदकर आधुनिक तरीके से अपनी खेती कर सकते हैं और अपनी कमाई को बढ़ा सकते हैं.
मशीनों की मदद से खेती करने से किसानों को कई प्रकार के लाभ होते हैं. एक तो किसानों का समय बचता है. साथ ही पैसों की भी बचत होती है. इनमें से कुछ मशीनें ऐसी हैं जिनका प्रयोग पूरे साल खेती में किया जा सकता है. आइए जानते हैं उन मशीनों की क्या है खासियत और फायदे.
हैपी सीडर एक ऐसी मशीन है जो धान की फसल की कटाई के लिए इस्तेमाल की जाती है. ये मशीन गेहूं को सीधे खेत के अवशेषों के साथ ही बुवाई कर सकती है. इस मशीन से फसलों की बुवाई करने पर सिंचाई में लगने वाले पानी की बचत होती है. साथ ही धान की फसल की कटाई के बाद पराली प्रबंधन के लिए इस मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
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सुपर सीडर एक ऐसी मशीन है जिसे खेतों में ट्रैक्टर के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया जाता है. इस मशीन की मदद से किसानों को फसलों की निराई-गुड़ाई की समस्या से समाधान मिलता है. इसके अलावा ये मशीन धान और गेहूं की कटाई के बाद फसल अवशेषों को खेत में फैलाने के काम आती है. साथ ही किसानों को इसके इस्तेमाल से ये फायदा होता है कि मशीन की मदद से खेत में फैलाए अवशेष खाद में तब्दील हो जाते हैं और फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होती है.
स्ट्रा बेलर एक ऐसी मशीन है जो पराली यानी अवशेषों को खेतों में इकट्ठा करके छोटे-छोटे गट्ठर बना देती है, जिससे किसानों को खेत में पराली जलाने की समस्या से समाधान मिलता है. साथ ही खेतों में मिट्टी सुरक्षित रहती है. ऐसे में पराली प्रबंधन के लिए स्ट्रा बेलर एक बेहतरीन मशीन है.
कृषि मशीनरी कृषि उत्पादन में सुधार के लिए एक आवश्यक उपकरण बनती जा रही है. खेती किसानी में मशीनीकरण के उपयोग से भूमि सुधार के साथ ही मिट्टी का कटाव कम होता है. इसके अलावा अलग-अलग मशीनों के प्रयोग से फसलों में सिंचाई भी कुशल व्यवस्था होती जा रही है. पानी के बचाव के अलावा पैसे और मजदूरों और समय का भी बचत होने लगी है. इन सभी फायदों के साथ किसानों को अधिक उत्पादन और बेहतर लाभ भी मिल रहा है.