फरवरी का महीना चल रहा हो और गुलाब के फूल का जिक्र ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता क्योंकि गुलाब के फूल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इस महीने वैलेंटाइन वीक में बाजारों में गुलाब के फूल की मांग बहुत तेजी से बढ़ जाती है. वहीं देश पाए जाने वाले हजारों फूलों की किस्म में गुलाब की लोकप्रियता सबसे ज्यादा है. इसी वजह से गुलाब को फूलों का राजा भी कहा जाता है. ऐसे में फूलों की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए गुलाब की खेती करने वाले किसानों को अपनी उपज बाजार में लाने से पहले कैसे कटाई करनी है, ये जानना बेहद जरूरी है. अगर आप बेहतर तरीके से गुलाब की कटाई करेंगे तो उसके सही दाम मिलेंगे.
गुलाब के फूलों की कटाई तब की जाती है जब फूल की डंडी कली अवस्था में हो. जब उसमें एक या दो फूल की पंखुड़ी खुलनी शुरू हो जाए उस समय इसे काटना चाहिए. वहीं इसे काटते समय ये ध्यान देना चाहिए कि कली बहुत कड़ी न हो क्योंकि ऐसी अवस्था में काटने के बाद गुलाब की कली खील नहीं पाती है. इसके साथ ही ये ध्यान दें कि फूलों को काटने के लिए तेज धार वाले स्केटियर का इस्तेमाल करें. फिर फूलों की कटाई करने के बाद डंडी के निचले भाग को साफ पानी में 5 से 6 सेमी डुबाकर रखना चाहिए, ताकि फूल ताजा बना रहे.
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गुलाब के फूल की डंडियों को काटते समय ये भी ध्यान दिया जाता है कि उसकी डंडियों की लंबाई कितनी होनी चाहिए. इसमें आप डंडियों को 30 से 120 सेमी तक विभाजित कर सकते हैं. डंडियों को काटने के बाद 20 फूलों का एक बंडल (बंच) बनाकर फूल की कलियों को कोरूगेटेड पेपर रबड़ बैंड से बांध लें. इसके बाद इन बंडलों को अलग-अलग लंबाई और आकार के आधार पर गत्ते के बॉक्स में पैक करके बाजारों में भेज सकते हैं.
बाजारों में गुलाब की बढ़ती हुई डिमांड को देखते हुए आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कैसे आपके गुलाब को बाजार में बेहतर दाम मिलेगा. ऐसे में आपको फूल बेचने से पहले प्रयास करना चाहिए कि ट्रांसपोर्टेशन रात के समय ही करें ताकि बॉक्स में रखा हुआ गुलाब खुशबूदार और ताजा रहे. वहीं बाजारों में अमूमन बीस गुलाब का एक गुच्छा 120-150 रुपये के बीच बिकता है, लेकिन इस वक़्त यानी वैलेंटाइन वीक में वहीं गुलाब के फूलों का गुच्छा 280-300 रुपये के बीच बिक रहा है.
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