किसान-Tech: ट्रैक्टर की सर्विस से लेकर डीजल बचत तक, काम आएंगी ये मेंटेनेंस टिप्स

किसान-Tech: ट्रैक्टर की सर्विस से लेकर डीजल बचत तक, काम आएंगी ये मेंटेनेंस टिप्स

ट्रैक्टर किसान के लिए खेत के बाद दूसरी सबसे जरूरी चीज है. इसलिए कई बार जाने-अनजाने में किसान ट्रैक्टर के रखरखाव में कुछ गलतियां कर जाते हैं, जिससे ना सिर्फ ट्रैक्टर की लाइफ घटती है बल्कि उनकी जेब पर भी असर पड़ता है. इसलिए आज किसान-Tech में हम आपको ट्रैक्टर मेंटेनेंस को लेकर कुछ जरूरी टिप्स दे रहे हैं.

Tractor maintenanceTractor maintenance
स्वयं प्रकाश निरंजन
  • नोएडा,
  • Aug 02, 2024,
  • Updated Aug 02, 2024, 11:10 AM IST

खेती के काम में फसल के बाद किसान सबसे ज्यादा लागत ट्रैक्टर में ही लगाता है. इसलिए किसान का पूरा प्रयास रहता है कि ट्रैक्टर के मेंटेनेंस में आने वाला खर्च भी बचा रहे और साथ ही ट्रैक्टर भी सालों-साल चलता रहे. लेकिन बहुत सारे किसान काम की व्यस्तता और जानकारी के अभाव में ट्रैक्टर के मेंटेनेंस को लेकर बहुत सी गलतियां कर देते हैं. ऐसे में किसान का ट्रैक्टर के रखरखाव में बहुत पैसा बर्बाद हो जाता है. इसलिए आज किसान-Tech की इस सीरीज में हम आपको ट्रैक्टर के मेंटेनेंस को लेकर जरूरी बातें बताने वाले हैं.

ट्रैक्टर की साफ-सफाई है जरूरी

ये बात सही है कि खेती-किसानी के काम में ट्रैक्टर को साफ-सुथरा रखना बहुत कठिन काम है. ट्रैक्टर को काम करते वक्त धूल-मिट्टी और कीचड़ की मार झेलनी पड़ती है. लेकिन किसानों को काम खत्म होने के बाद ट्रैक्टर की सफाई जरूर करना चाहिए है. क्योंकि अगर ट्रैक्टर की बॉडी या इंजन पर लंबे समय तक धूल-मिट्टी लगी रही तो ये धीरे-धीरे जंग लगाना शुरू कर देती है. इसके साथ ही जब आप नियमित रूप से ट्रैक्टर साफ करते हैं तो इसमे आ रही छोटी मोटी टूट-फूट और लीकेज साफ करने के दौरान पकड़ में आ जाती हैं. 

इन चीजों की डालें आदत

जब भी आप ट्रैक्टर की साफ-सफाई कर रहें हो तो केवल कपड़ा मारकर काम खत्म नहीं करना है, बल्कि इस दौरान ट्रैक्टर में इंजन ऑयल का लेवल चेक करें, साथ में रेडिएटर में पानी चेक करें और अगर हवा का मीटर भी खरीदकर रख ले, जिससे टायरों में हवा भी चेक करते रहें. 

इंजन में तेल, रेडिएटर में पानी और टायर में हवा ट्रैक्टर की लाइफ लाइन होते हैं. अगर इन तीनों चीजों में से कोई भी कम लगे तो फौरन जरूरत के हिसाब से भर दें. इसके साथ ही जब भी ट्रैक्टर हैवी और लंबा काम करके खड़ा करें या फिर धुलकर खड़ा करें, तो पूरे ट्रैक्टर में ग्रीस गन या फिर उंगलियों से सभी पुर्जों में ग्रीसिंग जरूर करते रहें. इससे उन पर्जों की लाइफ दोगुनी हो जाएगी. 

ट्रैक्टर के उपयोग के बाद या पहले ही क्लच शॉफ्ट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल पैडल, पंखे का वासर, पहियों के हब, टाई रॉड रेडियस क्रॉस और लिफ्टिंग जैक सहित सभी बाहरी कलपुर्जों में ग्रीसिंग जरूर करें.

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पावर और माइलेज कम होने बचाएं

अगर आपने ट्रैक्टर के इंजन की देखरेख में लापरवाही की तो इसका पावर ही नहीं माइलेज भी घटने लगेगा और इसका असर भी सीधे किसान की जेब पर ही पड़ता है. इसलिए जब भी समय मिले तब ट्रैक्टर के एयर फिल्टर को खोलकर साफ करते रहें. अगर ये जरूरत से ज्यादा खराब हालत में हो तो इसे घर पर ही बदल भी सकते हैं. इससे ट्रैक्टर तक अच्छे से ऑक्सीजन पहुंचेगी और वह पावर भी अच्छे बनाएगा और डीजल की खपत भी कम करेगा.

वहीं रेडिएटर में पानी या कूलेंट अगर कम लगे तो उसे भी टॉपअप कर दें. इसी के साथ रेडिएटर में फंसे कीड़े-पंखी और कचड़े को भी एक ब्रश की सहायता से हटाते रहें, ताकि ट्रैक्टर का रेडिएटर चोक ना हो और इंजन ही ना हो पाए. साथ में रेडिएटर के पंखे में लगी बेल्ट को भी चेक करते रहें. 

अनचाहे बड़े खर्चों से ऐसे बचें

अब ट्रैक्टर तकनीकी रूप से बहुत ज्यादा एडवांस हो चुके हैं. ट्रैक्टरों में अब लगभग हर एक पुर्जा या तो इलैक्टॉनिक हो गया है या फिर ऑयल प्रेशर पर चलते हैं. इसलिए ये जरूरी है कि इंजन, स्टीयरिंग, ब्रेक, एयर फिल्टर, ट्रांसमिशन और हाइड्रोलिक्स आदि हर एक चीज का ऑयल चेक करते रहें और साथ ही इनमें से होने वाले ऑयल लीक को भी ढूंडते रहें. क्योंकि अगर इन जरूरी पुर्जों में से ऑयल लीक समय पर नहीं देखा गया तो ये काम के दौरान बड़े खर्चे का कारण बन सकते हैं.

सर्विसिंग के दौरान ऐसे बचाएं पैसे

अगर आप सर्विस सेंटर पर ट्रैक्टर की सर्विस नहीं करा रहे हैं तो कोशिश करें कि एक होशियार और जान-पहचान वाले मैकेनिक से ही ट्रैक्टर की सर्विस कराएं. ट्रैक्टर के मीटर की रीडिंग पर विशेष ध्यान दें, ताकि आप सही समय पर ट्रैक्टर की सर्विसिंग कराते रहें. ट्रैक्टर को हर 250 घंटे चलाने के बाद एक सर्विस जरूरी है. हालांकि अलग-अलग कंपनी के ट्रैक्टर मॉडल का अलग-अलग सर्विस रूटीन होता है, लेकिन आमतौर पर सर्विसिंग 250 घंटे पर ही होती है. 

जब भी ट्रैक्टर की सर्विस कराएं तो इंजन ऑयल सही ग्रेड और ब्रांड का ही डलवाएं, इससे इंजन की लाइफ अच्छी रहती है और रनिंग कॉस्ट भी कम होती है. इसके अलावा कोई भी पार्ट हमेशा कंपनी का ही डलवाएं. ये भी ध्यान दें कि सर्विस के दौरान डीजल और ऑयल फिल्टर हर बार बदलवा लें लेकिन एयर फिल्टर और हाइड्रोलिक फिल्टर हर बार बदलने की जरूरत नहीं होती, ये 250 से 500 घंटे चलाने के बाद ही बदलवाएं. इसके अलावा अगर आप ट्रैक्टर की बेसिक सर्विस घर पर ही कर सकें तो आप बहुत सारा पैसा बचा सकते हैं.

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