प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. नतीजतन खेती-किसानी से लेकर सुरक्षा तक में ड्रोन का व्यापक इस्तेमाल हाेने लगा है. ड्रोन से खेती-किसानी में व्यापक बदलाव के लिए पीएम मोदी ने ड्रोन दीदी जैसी योजनाएं भी शुरू की है. इसका मुख्य कारण ये है कि 21वींं सदी के तीसरे दशक में भारत के अंदर ड्र्रोन सबसे बड़ी तकनीक बनकर उभरा है.
भारत अपने ड्रोन से जुड़े इन व्यापक अनुभवों के साथ अब इंटरनेशल नेतृत्व करने की तैयारी भी कर रहा है. इसकी जिम्मेदारी देश की प्रमुख ड्रोन कंपनी AVPL ने ली है. AVPL के फाउंडर दीप सिहाग ने यूपी के पूर्व मुख्य (रिटायर्ड) IAS सचिव दीपक सिंघल की पैरवी पर इंटरनेशनल ड्रोन अलायंस बनाने की घोषणा की है.
इस दौरान नाबार्ड के पूर्व चैयरमैन जीआर चिंताला, कांउसिल ऑफ स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के एमडी डॉ जेएस यादव, सिने अभिनेता अरबाज खान मौजूद समेत अमेरिका, हालैंड, ऑस्ट्रेलिया की ड्रोन कंपनियों से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे.
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से दो दिवसीय इंटरनेशनल इनोवेशन कॉन्क्लेव द लीला पैलेस चाणाक्यपुरी में आयोजित किया जा रहा है. इस कॉन्क्लेव के पहले दिन बुधवार को तीसरा सत्र एग्रीकल्चर ड्रोन एंड पेस्टीसाइड्स इंडस्ट्री विषय पर आयोजित किया गया. इस सत्र को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव (रिटायर्ड) IAS दीपक सिंंघल ने अपनी बरेली पोस्टिंग से जुड़ा हुआ एक किस्सा साझा किया.
उन्होंने बताया कि वह बतौर मंडल कमिश्नर बरेली में पोस्टेड थे, उस दौरान उनकी पत्नी को एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया, जिसमें उनकी पत्नी ने प्रियंका चोपड़ा का चयन बतौर मिस बरेली किया. उन्होंने कहा कि इसके बाद उनके परिवार ने प्रियंका चोपड़ा की अन्य तरह से भी मदद की. आज प्रियंका चोपड़ा, जिस मुकाम पर सब जानते हैं और उनका परिवार आज भी उनसे जुड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा कि कभी-कभी कुछ शुरुआत जीवन बदल देती हैं, इससे प्रेरणा लेने की तरफ इशारा देते हुए यूपी के पूर्व मुख्य सचिव (रिटायर्ड) IAS दीपक सिंंघल ने इंटरनेशनल ड्रोन अलायंस बनाने की पैरवी की, जिस पर AVPL के फाउंडर दीप सिहाग ने इंटरनेशनल ड्रोन अलायंस बनाने की घोषणा की है. जानकारी के मुताबिक दुनिया के 8 देशों के साथ ये अलायंस होगा, जिसका काम फिलहाल ड्रोन तकनीक के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, ड्रोन प्रोडक्शन से जुड़े एक्सपाेर्ट-इंपोर्ट पाॅलिसी को बढ़ावा देना होगा.
कॉन्क्लेव में ड्यूल सर्टिफिकिशन एंड ग्लोबल अपॉर्चुनिटी फॉर इंडियन स्किल्ड विषय पर भी चर्चा की गई. इस दौरान एवीपीएल इंटरनेशनल, एनएसडीसी इंटरनेशनल और कुछ देशों के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए. इस करार के बाद भारतीय छात्र ड्रोन के साथ ही दूसरी डिग्री भी ले सकेंगे. तो वहीं इससे अंतरराष्ट्रीय टेक्नोलॉजी और ड्रोन क्षेत्र में भारतीय युवाओं के लिए नौकरी के अवसर भी बढ़ेंगे. इस सेशन की अगुवाई एवीपीएल इंटरनेशनल की अध्यक्ष और सह-संस्थापक प्रीत संधू ने की. कार्यक्रम में एनएसडीसी के सीईओ वेद मणि तिवारी, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव चरण चुघ समेत कई गणमान्य मौजूद रहे.