केंद्र सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने और खेती को सस्ती तथा लाभकारी बनाने के उद्देश्य से जीएसटी (GST) दरों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. 22 सितंबर, नवरात्रि के पहले दिन से सरकार ने ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों पर जीएसटी की दर 18% से घटाकर सिर्फ 5% कर दी है. इससे ट्रैक्टरों की कीमत में ₹23,000 से लेकर ₹63,000 तक की भारी कमी आएगी. यह बदलाव किसानों को सीधे आर्थिक राहत देगा और खेती के कामों में लगने वाली लागत को कम करेगा.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापारियों से चर्चा करते हुए बताया कि खेती में मशीनीकरण जरूरी है. ट्रैक्टर और अन्य कृषि मशीनें किसानों के लिए उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने में बेहद सहायक होती हैं. सरकार का लक्ष्य है कि किसानों की आमदनी बढ़े और वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें.
मंत्री ने कृषि उपकरण निर्माताओं और व्यापारियों से अपील की कि 22 सितंबर से लागू होने वाली जीएसटी छूट का लाभ तुरंत किसानों को दिया जाए. इससे किसानों को खरीदी करते समय सीधा लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
केंद्रीय मंत्री ने देशवासियों से 'स्वदेशी अपनाओ' का संकल्प लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमें विदेशी चीजों का मोह छोड़कर भारत में बनी चीजों को अपनाना चाहिए. इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और स्थानीय कारीगरों, एमएसएमई, स्वयं सहायता समूहों को रोजगार मिलेगा.
सरकार की ये पहल 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक मजबूत कदम है. जब हम स्वदेशी वस्तुएं अपनाएंगे और किसानों को सस्ती दरों पर खेती के उपकरण उपलब्ध होंगे, तो इससे देश की कृषि और अर्थव्यवस्था दोनों मजबूत होंगी.
जीएसटी दरों में कमी से न केवल किसानों को राहत मिलेगी, बल्कि खेती को आधुनिक, सस्ती और लाभकारी बनाने में मदद मिलेगी. साथ ही, स्वदेशी अपनाने का संकल्प देश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगा.
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