एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के बीच रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं की सरकारी खरीद कई सूबों में शुरू हो गई है. लेकिन सेंट्रल पूल यानी बफर स्टॉक में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले दो राज्यों पंजाब और हरियाणा में एक अप्रैल से खरीद शुरू होगी. केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार खबर लिखे जाने तक रबी मार्केटिंग सीजन (RMS) 2024-25 के दौरान एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए 17,83,654 किसान रजिस्ट्रेशन करवा चुके थे. यह पिछले साल गेहूं की एमएसपी से लाभान्वित किसानों की संख्या से काफी कम है. हालांकि इसमें हरियाणा और पंजाब के किसान शामिल नहीं हैं, क्योंकि उनका ब्यौरा खरीद शुरू होने के साथ पता चलेगा. आरएमएस 2023-24 में देश के 21,28,159 किसानों ने एमएसपी पर सरकार को अपना गेहूं बेचा था.
गेहूं बेचने के लिए मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा 14,98,941 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक उत्तर प्रदेश के 1,86,616 किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है जबकि राजस्थान में 78,064 किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. बिहार के 9,127 और जम्मू-कश्मीर के 9,957 किसान एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए खुद को रजिस्टर्ड करवा चुके हैं. हरियाणा और पंजाब में खरीद शुरू होने के साथ ही इस संख्या में इजाफा होगा. क्योंकि इन्हीं दो सूबों के सबसे ज्यादा किसान सरकार को अपना गेहूं बेचते हैं.
इसे भी पढ़ें: बासमती चावल के एक्सपोर्ट का एक और रिकॉर्ड, इन दस देशों में नई ऊंचाई पर पहुंचा दाम
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की खरीद शुरू हो गई है. इन तीनों सूबों में 28 मार्च दोपहर तक 45,156 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है. जिसमें सबसे ज्यादा 43,646 मीट्रिक टन की खरीद मध्य प्रदेश में हुई है. सरकार ने अब तक 107 किसानों को एमएसपी के तौर पर 1.89 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. एक अप्रैल के बाद खरीद में तेजी आने की उम्मीद है. केंद्र सरकार ने आरएमएस 2024-25 में गेहूं की एमएसपी 2,275 रुपये प्रति क्विंटल तय की हुई है. इस बार बाजार में गेहूं का दाम एमएसपी से ज्यादा है इसलिए खरीद पिछले दो साल की तरह ही टारगेट से कम होने का अनुमान है.
गेहूं के प्रमुख उत्पादक सूबों में शामिल पंजाब और हरियाणा में एमएसपी पर खरीद एक अप्रैल से शुरू होगी. बताया गया है कि पंजाब में 35 लाख हेक्टेयर से अधिक एरिया में गेहूं बोया गया है. इसमें 162 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है. सरकार ने एक अप्रैल से खरीद शुरू करने के लिए विभिन्न खरीद एजेंसियों को 1,908 खरीद केंद्र आवंटित कर दिए हैं. हरियाणा में भी एक अप्रैल से ही खरीद शुरू होगी. हरियाणा में गेहूं की खरीद के लिए 414 केंद्र बनाए गए हैं.
इसे भी पढ़ें: पंजाब-हरियाणा के किसानों को मिली ‘एमएसपी’ की मलाई, बाकी के साथ कब खत्म होगा भेदभाव?