हरियाणा में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के कई गांवों और शहरी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. किसानों की फसलें पानी में डूब गई हैं और अगली फसल की बुआई पर भी संकट मंडरा रहा है. इस स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम अंकिता पूनिया खुद मौके पर पहुंचीं और हालात का निरीक्षण किया. एसडीएम अंकिता पूनिया ने नूंह जिले के मालब, आकेड़ा, कोटला झील, उजीना और संगेल गांवों का दौरा किया. यहां उन्होंने खेतों और सड़कों पर भरे पानी की स्थिति को देखा. किसानों ने बताया कि कई खेतों में 4-4 फुट तक पानी जमा हो गया है, जिससे फसलें पूरी तरह खराब हो चुकी हैं.
किसानों ने एसडीएम को बताया कि इतनी भारी मात्रा में पानी भरने से उनकी पहले की फसल बर्बाद हो गई है. साथ ही, अब अगली फसल की बुआई भी समय पर नहीं हो पाएगी, जिससे उनका नुकसान और बढ़ेगा. उन्होंने जलनिकासी की तत्काल व्यवस्था की मांग की.
एसडीएम ने मौके पर मौजूद राजस्व, सिंचाई, पब्लिक हेल्थ और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि तुरंत पंप लगाकर जलनिकासी की जाए. उन्होंने कहा कि आमजन और किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए. अगर कोई अधिकारी अपने काम में लापरवाही करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एसडीएम ने सभी विभागों को आपसी तालमेल से काम करने की सलाह दी ताकि राहत कार्य जल्दी और प्रभावी तरीके से हो सके. उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द पानी निकालने की व्यवस्था की जाए और किसानों को राहत दी जाए.
गांवों के बाद एसडीएम ने नूंह शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि जलनिकासी के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं. साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने.
लगातार बारिश के कारण बने जलभराव से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. खेतों में पानी भरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. एसडीएम अंकिता पूनिया द्वारा किए गए दौरे और निर्देशों से उम्मीद की जा रही है कि जलनिकासी की प्रक्रिया तेज होगी और लोगों को जल्द राहत मिलेगी. प्रशासन की सक्रियता से समस्या का समाधान शीघ्र हो सकेगा, बशर्ते सभी विभाग मिलकर कार्य करें.