Heat Wave: लू का फसलों पर गंभीर असर, पानी की कमी से मुरझाने लगीं पत्तियां

Heat Wave: लू का फसलों पर गंभीर असर, पानी की कमी से मुरझाने लगीं पत्तियां

Haryana News: हरियाणा के चरखी दादरी में गर्मी का सितम जारी है. इसका असर फसलों पर भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, गर्मी से कई फसलें मुरझाने लगे हैं, जिससे किसानों को नुकसान होने का डर है. वहीं, लोगों से घर से बाहर निकलने को मना किया गया है.

लू का फसलों पर गंभीर असरलू का फसलों पर गंभीर असर
प्रदीप साहू
  • Charkhi Dadri,
  • Jun 12, 2025,
  • Updated Jun 12, 2025, 6:08 PM IST

देश के कई राज्यों में पिछले एक हफ्ते से गर्मी का सितम जारी है. वहीं, अचानक बढ़े तापमान से लोगों के साथ ही फसलों पर भी गर्मी का प्रभाव देखने को मिल रहा है. इस बीच कई राज्यों में तापमान तेजी से बढ़ रही है. ऐसा ही मामला हरियाणा के चरखी दादरी में भी देखने को मिल रहा है जहां तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गई है. दरअसल, नौतपा के बाद मौसम में आए बदलाव के दौरान दादरी में धरती तवे की तरह तप रही है.

फसलों पर भी गर्मी का असर

बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान दादरी में पारा 44 डिग्री पार पहुंच गया है और लू के थपेड़ों ने जन-जीवन पर काफी असर डाला है. गर्मी के कारण खरीफ की फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. मौसम और कृषि विभाग ने 15 जून तक रिकार्ड गर्मी पड़ने की बात कही है. वहीं, गर्मी से बचाव के लिए फसलों में सिंचाई करने की सलाह दी गई है.

दादरी में 44 डिग्री पहुंचा तापमान

बता दें कि मौसम विभाग पहले ही लू चलने का अनुमान जता चुका है. नौतपा के बाद लू के थपेड़ों के चलते चरखी दादरी में अधिकतम तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया है साथ ही इस मौसम में पहली बार न्यूनतम तापमान 30 का आंकड़ा पार कर 31 पर पहुंचा है. गुरुवार को चरखी दादरी में अधिकतम तापमान 44 पर पहुंच गया है. ऐसे में गर्मी से बचाव के लिए लोग पेय पदार्थों का सेवन करते नजर आ रहे हैं.

इसके अलावा गर्मी बढने के लोग अपने मुंह पर कपड़ा ढ़ककर निकल रहे हैं. साथ ही गर्मी में बिजली कटौती से भी लोगों की परेशानी बढ़ी है.दिन और रात दोनों समय चल रही हैं गर्म हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है. प्रशासन ने भी गर्मी और हीट वेव के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है.

गर्मी में फसलों की सिंचाई जरूरी

कृषि विशेषज्ञ चंद्रभान श्योराण ने बताया कि कड़कड़ाती गर्मी से फसलों पर प्रभाव पड़ा है. आगामी 15 जून तक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तेज हवा चलने और गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश और बूंदाबांदी होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव नहीं हुआ तो फसलों को काफी नुकसान होगा. ऐसे में गर्मी से बचें और फसलों के बचाव को लेकर सिंचाई जरूर करें. 

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