इस बार किसानों ने खरीफ सीजन में फसलों की बुवाई का नया रिकॉर्ड बनाया है. किसानों ने धान, दाल, श्रीअन्न और गन्ना समेत अन्य फसलों की जमकर बुवाई की है. इसके चलते खरीफ फसलों का कुल बुआई रकबा बढ़कर 1104 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है, जो बीते साल की समान अवधि तक 1088 के करीब रकबा दर्ज किया गया था. फसलों की रिकॉर्ड क्षेत्र में बुवाई के बीच उड़द, बाजरा, तिल, रामतिल, अरंडी, जूट और कपास के रकबे में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने खरीफ सीजन में फसलों की बुवाई के ताजा आंकड़े 23 सितंबर 2024 को जारी कर दिए हैं. ताजा आंकड़ों के हिसाब से खरीफ फसलों में धान, श्री अन्न, तिलहन और गन्ना की बुआई सामान्य से अधिक क्षेत्र में की गई है. इस बार खरीफ फसल की बुआई 1104 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में की गई है. धान और दलहन फसलों का रकबा लगभग 9 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है.
ताजा आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष 413 लाख हेक्टेयर में धान की खेती की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 404 लाख हेक्टेयर की तुलना में करीब 9 लाख हेक्टेयर अधिक है. इसी तरह इस वर्ष 128.58 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 119.28 लाख हेक्टेयर की तुलना में 9 लाख हेक्टेयर के करीब बढ़ गई है.
इस वर्ष 192.55 लाख हेक्टेयर में श्रीअन्न यानी मोटे अनाज की खेती किसानों ने की है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 186.07 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है. इस हिसाब से देखें तो श्रीअन्न फसलों का रकबा इस बार करीब 6 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है. इसी तरह इस वर्ष 193.32 लाख हेक्टेयर में तिलहन की खेती की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 190.92 लाख हेक्टेयर की तुलना में करीब 3 लाख हेक्टेयर अधिक है. इसके अलावा इस वर्ष 57.68 लाख हेक्टेयर में गन्ना की खेती किसानों ने की है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 57.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई थी.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार दालों में उड़द, श्री अन्न फसलों में बाजरा, तिलहन फसलों में तिल, रामतिल, अरंडी की फसलों का रकबा इस बार घट गया है. जबकि, जूट और कपास के रकबे में भारी गिरावट दर्ज की गई है. कपास का रकबा करीब 11 लाख हेक्टेयर घटकर 112.76 लाख हेक्टेयर रह गया है. इसी तरह उड़द दाल का रकबा 2 लाख हेक्टेयर गिरकर 30.73 लाख हेक्टेयर रह गया है. इसी तरह बाजरा का रकबा 1 लाख हेक्टेयर से अधिक घटकर 69.91 लाख हेक्टेयर रह गया है.