भिंडी की सब्जी तो आपने खाई ही होगी. कुछ लोग भिंडी की भुजिया बनाते हैं तो कुछ भरवां भिंडी खाना पसंद करते हैं. मगर जब भी भिंडी की बात होती है तो आपके जेहन में हरे रंग की ही भिंडी आती होगी. क्या आपने कभी लाल भिंडी के बारे में सुना है? अगर अब तक नहीं सुना है तो अब जानिए लाल भिंडी से जुड़ी पूरी बात. आजकल बहुत सारे किसान लाल भिंडी की खेती करते हैं और तगड़ा मुनाफा भी कमाते हैं. विदेशों में तो इसकी खूब खेती होती है, लेकिन अब भारत में भी लोग लाल भिंडी को काफी पसंद करने लगे हैं. ऐसे में आप इसे एक बिजनेस आइडिया की तरह भी देख सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे होती है लाल भिंडी की खेती और हरी भिंडी से ये कैसे अलग है.
लाल भिंडी की कीमत हरी भिंडी से ज्यादा तो होती ही है, साथ ही यह हरी भिंडी के मुकाबले अधिक पौष्टिक भी होती है. वहीं लाल भिंडी स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और भरपूर मात्रा में आयरन भी पाया जाता है. साथ ही इसका सेवन करने से कई बीमारियों में भी राहत मिलती है. इसके सेवन से डायबिटीज और दिल की बीमारी वाले लोगों को बहुत फायदा मिलता है. स्वास्थ्य से जुड़े बहुत सारे फायदों की वजह से ही लाल भिंडी की मांग बाजारों में अधिक है और इसी वजह से इसकी कीमत भी अधिक है. लाल भिंडी को लोग हाथों-हाथ खरीद लेते हैं. इस भिंडी में बीमारियां भी कम लगती हैं, जिससे किसानों को कम कीटनाशक का छिड़काव करना होता है.
लाल भिंडी की खेती रबी और खरीफ दोनों सीजन में आसानी से की जा सकती है.. हालांकि, इसके लिए आपको बीज खरीदते वक्त यह ध्यान देना होगा कि वह किस सीजन के बीज हैं. जिस खेत में भी भिंडी की खेती करें, उसमें ध्यान रखें कि पानी ना रुके, वरना पौधे खराब हो सकते हैं. लाल भिंडी हरी भिंडी के मुकाबले हार्वेस्टिंग के लिए भी जल्दी तैयार हो जाती है और अधिक वक्त तक फल देती है. इसमें 45-50 दिन में ही फल मिलने शुरू हो जाते हैं और करीब 6 महीने तक मिलते रहते हैं.
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किसानों के बीच कम जागरूकता के कारण अभी लाल भिंडी की खेती भारत के कुछ ही राज्यों में हो रही है. लेकिन लोगों के लाल भिंडी की ओर बढ़ते आकर्षण को देखते हुए अब धीरे-धीरे कुछ राज्यों के किसान इसकी खेती की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में लाल भिंडी की खेती करने वाले प्रमुख राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ शामिल हैं.
लाल भिंडी का उत्पादन हरी भिंडी की तुलना में तीन गुना अधिक होता है. वहीं अब कृषि वैज्ञानिकों ने भी लाल भिंडी की भारतीय किस्म विकसित कर ली है. लाल भिंडी बाजार में हरी भिंडी से कई गुना ज्यादा कीमत पर बिकती है. लाल भिंडी की खेती में लगने वाली लागत आदि मिलाकर कुल खर्चों के बाद भी किसान लाल भिंडी से हरी भिंडी के मुकाबले डेढ़ से दो गुना ज्यादा कमाई कर सकते हैं. इसकी खेती कर किसान बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.