इस बार रिकॉर्ड तोड़ेगा देश का अनाज उत्पादन, अच्छे मॉनसून से पैदावार बढ़ने की उम्मीद

इस बार रिकॉर्ड तोड़ेगा देश का अनाज उत्पादन, अच्छे मॉनसून से पैदावार बढ़ने की उम्मीद

इस साल देश में अच्छी बारिश के पूर्वानुमान पर भरोसा करते हुए, सरकार ने गुरुवार को 2025-26 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए 3540 लाख टन के रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है. आईएमडी ने पिछले महीने देश के अधिकांश हिस्सों में 'सामान्य से अधिक' बारिश की भविष्यवाणी की थी.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 09, 2025,
  • Updated May 09, 2025, 12:14 PM IST

इस साल देश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी मॉनसूनी बारिश होने की उम्मीद है. अच्छी बारिश के पूर्वानुमान पर भरोसा करते हुए, सरकार ने गुरुवार को 2025-26 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए 3540 लाख टन के रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जो 2024-25 के लक्ष्य से लगभग 4 फीसदी अधिक और 2023-24 के वास्तविक उत्पादन से 6.5 फीसदी अधिक है. बता दें कि खाद्यान्न में धान, गेहूं, मोटे अनाज और दालें शामिल हैं. सभी राज्यों से सुझाव लेने के बाद निर्धारित किए गए इस लक्ष्य पर खरीफ अभियान पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान चर्चा की गई, जहां सरकार और कृषि वैज्ञानिकों ने बुवाई के मौसम से पहले तैयारियों और पर्याप्त इनपुट (क्वालिटी वाले बीज, उर्वरक आदि) की उपलब्धता पर विचार-विमर्श किया.

उत्पादन बढ़ाने में मॉनसून का अहम रोल

आईएमडी ने पिछले महीने देश के अधिकांश हिस्सों में 'सामान्य से अधिक' बारिश की भविष्यवाणी की थी, जिसमें 'मॉनसून कोर जोन' भी शामिल है, जहां किसान मौसमी बारिश पर निर्भर रहते हैं. ऐसे में अच्छे मॉनसून वाली बारिश (जून-सितंबर) हमेशा किसानों को बंपर उत्पादन पाने में मदद करती है. सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने 700 जिलों के 1-1.5 करोड़ किसानों के बीच जलवायु अनुकूल बीज किस्मों, उर्वरकों की उपलब्धता, मॉनसून का पूर्वानुमान और सरकारी कार्यक्रमों के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अखिल भारतीय 15 दिवसीय अभियान (29 मई-12 जून) की घोषणा की.

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किसान और कृषि वैज्ञानिक मिल कर करें काम

कृषि मंत्री चौहान ने कहा, "अभियान के दौरान कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी किसानों के बीच रहेंगे. भारत में 16,000 कृषि वैज्ञानिक हैं और किसानों और वैज्ञानिकों को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है". उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नकली बीजों की बिक्री पर अंकुश लगाने, बीजों की पहचान सुनिश्चित करने और किसानों के हितों की रक्षा के लिए बीज अधिनियम, 1966 में संशोधन करने पर विचार करेगी. अखिल भारतीय जागरूकता अभियान के तहत केंद्र राज्यों के साथ मिलकर कृषि वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों की 2,000 टीमें बनाएगा.

खाद्यान्न उत्पादन में लगातार हो रही बढ़ोतरी

शिवराज सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में कुल खाद्यान्न क्षेत्र में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें चावल और मक्का में प्रमुख वृद्धि देखी गई है. समान रूप से खरीफ 2024 में कुल खाद्यान्न उत्पादन में पिछले वर्ष 2023 खरीफ उत्पादन की तुलना में 6.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें चावल, मक्का और ज्वार आदि फसलों में उच्च उत्पादन देखा गया है. उन्होंने कहा कि विपरीत जलवायु परिस्थितियों के बावजूद हमारे खाद्यान्न का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है.

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