मेरठ में मंगलवार को किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू, BKU) के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. यहां सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंचे और धरना दिया. किसानों की मुख्य मांग गन्ना भुगतान और गन्ने के मूल्य को लेकर थी. सभी किसान हाथों में गन्ना लेकर धरना करने पहुंचे थे. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश टिकैत भी धरने में शामिल होने मेरठ पहुंचे. उन्होंने किसानों के तमाम मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद की. टिकैत जिला मुख्यालय पर आयोजित भाकियू के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी प्रदर्शन का निर्णय लिया गया था.
मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली से जब किसान वापसी आया था जब 13 महीने का आंदोलन हुआ था. उसमें जो वादे किए गए थे वह पूरे होने चाहिए. उसी के लिए हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के बहुत सारे मुद्दे हैं. गन्ने का भुगतान, गन्ने का रेट, फसल बीमा योजना इन सभी मुद्दों को लेकर हम आज धरने पर हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. जो भारतीय जनता पार्टी पहले थी वह अब नहीं है. उसका तो नाम ही इस्तेमाल हो रहा है.
टिकैत ने कहा, पूंजीपतियों ने इस देश पर कब्जा कर लिया है. पूंजीवाद देश पर हावी है. वह जमीन छिनना चाहते हैं और सारा व्यापार भी वही करना चाहते हैं. बेरोजगारी बढ़ रही है, युवाओं का रोजगार ये लोग छिनना चाहते हैं. अगर जमीन उनके कब्जे में आ गई तो रोटी का क्या भाव होगा. रोटी बाजार की वस्तु बन जाएगी. अधिकारियों के हाथ में कुछ नहीं है. जब तक अधिकारी के हाथ में पावर थी तो सभी समाधान हो जाते थे.
टिकैत ने कहा, देश में इसके खिलाफ आंदोलन चलेंगे, बड़े आंदोलन देश में होंगे. दिल्ली जैसा आंदोलन होगा जिसकी जरूरत है. दिल्ली चुनाव पर उन्होंने कहा कि हमारा चुनाव से कोई लेन देन नहीं है. जब देश आजाद हुआ तो 90 वर्ष आंदोलन हुआ, तब देश आजाद हुआ. किसान मजदूर को कब उसके हक मिलेंगे, ये टाइम ही बताएगा. जब उन से पूछा गया कि दिल्ली में क्या लग रहा है तो उन्होंने कहा दिल्ली में केजरीवाल की सरकार आ जाएगी, दोबारा आ जाएगी.
बीजेपी नेता बिधूड़ी के प्रियंका गांधी पर दिए गए बयान पर कहा कि गलत चीजें हैं. वह लड़की है. अगर किसी लड़की के बारे में गांव में बात करेंगे तो झगड़े हो जाएंगे. उसके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए. अगर उनके परिवार की कोई लड़की और उसके बारे में कोई बोले तो सबको दुख होता है. किसी के बारे में बोलने से पहले अपने बारे में भी सोचना चाहिए. किसी भी लड़की के बारे में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. यह देश में दुखद घटना है. इस तरह से लोग बोल रहे हैं और वह इलेक्शन में भी हैं. बेवकूफ आदमी है, पता नहीं क्या बोलना चाहिए. सामाजिक आदमी का यह काम ही नहीं है कि किसी का नाम लेकर बोले.