प्रमुख दलहन फसल चने की कीमतों में भी इस साल भारी उछाल देखने को मिल रहा है. किसानों को तो काले चने का औसतन 60 रुपये किलो का दाम मिल रहा है लेकिन व्यापारियों ने रिटेल में इसका दाम 92 रुपये प्रति किलो कर दिया है., जो जुलाई 2023 में 76 रुपये था. अब आप आसानी से समझ सकते हैं कि महंगाई कौन बढ़ा रहा है? फसल उत्पादन के लिए चार-पांच महीने मेहनत करने वाला किया या फिर खरीदकर बाजार में उतार देने वाला व्यापारी. बहरहाल, चने की कीमतों में इजाफे ने उपभोक्ताओं और सरकार दोनों की चिंता बढ़ा दी है. फिलहाल, अगर मंडियों में किसानों को मिलने वाले दाम की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले ओपन मार्केट में दाम करीब 21 फीसदी बढ़ चुका है.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार 1 से 22 मई 2024 तक देश भर की मंडियों में 1,84,594 टन चने की आवक हुई, जो इसी अवधि में 2023 के मुकाबले सिर्फ 4 फीसदी कम है. साल 2023 में इसी दौरान 1,91,366 टन चने की आवक हुई थी. आवक में बहुत कमी नहीं देखी जा रही है, लेकिन पिछले वर्ष रकबे में कमी और उसके बाद कम हुए उत्पादन के कारण बाजार में इसके दाम को लेकर कुछ व्यापारियों ने टेंशन बनाई हुई है. हालांकि रकबे और उत्पादन में बहुत अधिक गिरावट नहीं आई है.
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केंद्रीय कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार फसल वर्ष 2022-23 के दौरान देश में 104.71 लाख हेक्टेयर में चने की खेती हुई थी, जो 2023-24 में घटकर 101.92 लाख टन रह गई. यानी सिर्फ 2.79 लाख हेक्टेयर की कमी आई. एरिया में यह बहुत बड़ी कमी नहीं कही जा सकती. महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात और हरियाणा में चने की बुवाई का एरिया घट गया था. भारत दुनिया का सबसे बड़ा चना उत्पादक है. वर्ल्ड के कुल चना उत्पादन में हमारी लगभग 70 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. भारत की कुल दलहन फसलों में अकेले 45 फीसदी की हिस्सेदारी चने की है.
मंत्रालय की ओर से इस साल 29 फरवरी को जारी किए आंकड़ों के अनुसार 2023-24 में देश भर में 121.61 लाख मीट्रिक टन चने का उत्पादन हुआ, जबकि 2022-23 में 122.67 लाख टन उत्पादन हुआ था. यानी पिछले साल के मुकाबले उत्पादन में सिर्फ 1.06 लाख टन की कमी आई है. उत्पादन में इतनी मामूली कमी के बाद भी आखिर वो कौन लोग हैं जो चने के दाम में इतनी वृद्धि करवा रहे हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के रिसर्च रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 से 22 मई 2024 तक देश में किसानों को चने का औसत दाम 6023.51 रुपये प्रति क्विंटल मिला. जबकि पिछले साल की इसी अवधि में इसका दाम 4977.98 रुपये प्रति क्विंटल था. पिछले साल किसानों को बहुत कम दाम मिल रहा था. सरकार ने रबी मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए चने का एमएसपी 5,440 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है.
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