बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण इस साल पंजाब में फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ हैं.राज्य में कुछ दिन पहले ही बेमौसम बारिश से रबी सीजन की फसलें बर्बाद कर दी थी.वहीं अब एक फिर से हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की बची हुई फसलों को भी बर्बाद कर दिया है.पंजाब में संगरूर के हेरियाऊ और डसका जैसे कई गांव में शनिवार दोपहर बाद हुई बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी गेहूं समेत दूसरी फसलोंं को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. बारिश से फसल इस तरह बर्बाद हुई है कि खेत में अन्न के साथ ही मवेशियों के लिए खाने के लिए हरा चारा भी नहीं बचा है.
इन हालातों में किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश से हम बिल्कुल बर्बाद हो चुके हैं. खेत में बर्फ की सफेद रंग की चादर बिछ चुकी है. बेमौसम बारिश के कारण इस साल गेहूं की फसल को 100% नुकसान हो चुका है.
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने संगरूर गांव के किसान नवाब सिंह के खेत को पूरी तरह से बर्बाद कर दी है. खेत में खड़ी फसल का बर्बाद देख नवाब सिंंह रोने काे मजबूर हैं. वह अपना दर्द बयां करते हुए कहते हैं कि बर्बाद फसल को देखकर उनकी आंखों में आंसू आ रहे हैं, वो रोते हुए बताते है कि उनके पास 8 एकड़ जमीन थी, इसमें से उन्होंने 2 एकड़ जमीन किराए पर लेकर खेती की थी, लेकिन बारिश और ओलावृष्टि ने तैयार फसल नष्ट को कर दिया.
किसान जग्गा सिंह बताते है कि उन्होंने 10 एकड़ जमीन किराए पर लेकर गेहूं और सब्जियों की खेती की थी, जो की बारिश में सब बर्बाद हो गई. सिंह आगे बताते है कि बारिश और ओलावृष्टि से हमारे गांव में 100% फसल का नुकसान हुआ है.खेतों में तो मवेशियों को लिए हरा चारा भी नहीं बचा है, निचले इलाकों में पानी भर गया किसानों का बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है.
गांव के मुखिया जोगिंदर सिंह ने बताया कि हमारे गांव का 100 फीसदी फसलों का नुकसान हुआ है. किसी किसान के खेत में चाहे वह गेहूं की फसल हो या सब्जियां की फसल हो. जहां पर मवेशियों को डालने वाला खेत में खड़ा हरा चारा हो सब कुछ बर्बाद हो गया है.उन्हाेंने बताया कि ज्यादातर किसानों ने रेंट पर जमीन लेकर खेती की हुई थी.बारिश के चलते फसलों का भारी नुकसान हो गया है, ऐसे में किसान अब कैसे अपना कर्ज़ चुका पाएंगे, ये चिंता का विषय है. इस समय किसानों कों भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं.
संगरूर के विधायक विरेंद्र कुमार गोयल ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हुए नुकसान की भरपाई जल्द करेगी. उन्होंने आगे कहा कि हम 15000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मुआवजा देंगे. गोयल ने कहा कि इस बार गांव में बहुत ज्यादा ओलावृष्टि हुई है जिससे फसलों कों अधिक नुकसान हुआ हैं.