महाराष्ट्र में प्याज उत्पादकों की समस्या बढ़ी जा रही है. किसान पहले से ही प्याज की कीमतों में गिरावट से परेशान हैं. ऐसे में अब बेमौसम बारिश ने उनकी मुसीबतों को बढ़ा दिया है. राज्य में दो दिन से हो रही बेमौसम बारिश के चलते मुख्य फसलों के साथ-साथ बागवानी को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. राज्य में इस समय किसान रबी सीजन की फसलों की कटाई कर रहे हैं. ऐसे में बेमौसम बारिश में तैयार फसल नष्ट हो गई है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस बेमौसम बारिश से सबसे ज्यादा प्याज की खेती पर असर पड़ा है क्योंकि इस समय किसान अपने खेतों से प्याज की खुदाई कर रहे हैं. कई जिलों में किसानों ने प्याज की खुदाई कर खेतो में रखा था. लेकिन अचानक बारिश और ओलावृष्टि के कारण सबकुछ बर्बाद हो गया है.
फसल नुकसान के कारण किसानों को अब आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. राज्य में मार्च और अप्रैल के महीनों में ये चौथी बार है जब बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसल खराब हुई है. किसानों का कहना है कि एक तरफ मंडी में भाव नहीं मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ बेमौसम बारिश से फसल नष्ट हो रही है. ऐसे में किसान डबल नुकसान झेल रहे हैं.
राज्य में अहमदनगर, अकोला, अमरावती, जालना जिले में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई है. इसके कारण ज्वार, आम, गेहूं, नीबू, समेत केले के बागों को भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा अहमदनगर जिले में प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं जालना जिले में ज्वार की फसल भी अधिक प्रभवित हुई है. राज्य में मार्च और अप्रैल महीने में यह चौथी बार बेमौसम बारिश का कहर बरपा है. कई जिलों में जोरदार हवा के साथ आकाशीय बिजली का तांडव देखा गया, तो कई जगहों पर ओलावृष्टि से प्याज की फसल खराब हुई है. हालांकि इस बारिश से गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन किसानों का भारी नुकसान हुआ है.
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अहमदनगर जिले के किसान सोमनाथ पाटिल बताते हैं कि यह साल प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए संकट भरा साल है.
मंडियों में प्याज का दाम सही नहीं मिल रहा है और अब बेमौसम बारिश ने समस्या बढ़ा दी है. पाटिल का कहना है कि उन्होंने दो एकड़ में रबी सीजन के प्याज की खेती की थी और अभी प्याज की हार्वेस्टिंग शुरू है. ऐसे में बेमौसम बरसात ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. खेतों में पानी भर जाने से प्याज पूरी तरह से खराब हो गया. इससे लाखों का नुकसान हुआ है. किसान सरकार से पंचनामा कर मुआवजे की मांग कर रहे हैं.